समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने संसद में एक बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो हिंदू भी गद्दार राणा सांगा की औलाद हैं। उनका यह बयान भाजपा द्वारा दिए गए डीएनए संबंधी बयानों पर प्रतिक्रिया थी।
विश्व हिंदू परिषद का आक्रोश
VHP ने इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसे हिंदू समाज और वीर योद्धा राणा सांगा का अपमान बताया। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सपा सांसद पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह बयान न केवल हिंदुओं का, बल्कि मुसलमानों का भी अपमान करता है।
संसद से निष्कासन की मांग
VHP ने राज्यसभा सभापति से मांग की है कि रामजी लाल सुमन को संसद से निष्कासित किया जाए। बंसल ने ट्वीट कर कहा कि ऐसे हिंदू विरोधी मानसिकता वाले नेताओं को सदन में रहने का कोई अधिकार नहीं है। बंसल ने राणा सांगा की बहादुरी को याद दिलाते हुए कहा कि उनके शरीर पर 80 घाव थे, वे एक आंख और एक हाथ खो चुके थे, फिर भी उनके शत्रु उनसे कांपते थे।
'नमाजवादी' टिप्पणी पर विवाद
VHP प्रवक्ता ने यह भी सवाल उठाया कि यदि राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाया था, तो फिर उनके बीच भीषण युद्ध क्यों हुआ था? उन्होंने कहा कि सपा सांसद का बयान ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करता है। बंसल ने समाजवादी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस पार्टी को समाजवादी की बजाय 'नमाजवादी' कहना अधिक उचित होगा। उन्होंने कहा कि अगर सपा सांसद ने माफी नहीं मांगी, तो जनता इसका जवाब देगी।