RSS नेता दत्तात्रेय होसबोले का बड़ा बयान -'देश को दारा शिकोह की जरूरत, औरंगजेब की नहीं...'

Authored By: News Corridors Desk | 23 Mar 2025, 04:06 PM
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधी सभा का तीन दिवसीय आयोजन बेंगलुरु में संपन्न हुआ। आज (23 मार्च) सभा के समापन के बाद RSS सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभा के प्रमुख निष्कर्षों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने औरंगजेब, मुस्लिम आरक्षण, बीजेपी अध्यक्ष और अन्य समसामयिक मुद्दों पर भी अपने विचार व्यक्त किए।

औरंगजेब पर RSS का रुख

दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि भारत के विरोधी तत्वों को कभी भी ‘आइकन’ नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग गंगा-जमुनी तहज़ीब की बात करते हैं, वे औरंगजेब के भाई दारा शिकोह को क्यों नहीं याद करते? उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर अब्दुल कलाम रोड किया गया था, जिसका एक गहरा संदेश है।

बीजेपी अध्यक्ष पद को लेकर RSS का बयान

दत्तात्रेय होसबोले ने स्पष्ट किया कि RSS का बीजेपी अध्यक्ष चुनाव में कोई दखल नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी संगठन स्वतंत्र हैं और अपनी प्रक्रिया के तहत अपने अध्यक्ष चुनते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संघ की मंशा किसी प्रचारक को बीजेपी में भेजने की नहीं है।

जातिगत जनगणना पर विचार

होसबोले ने कहा कि समाज में जाति-बिरादरी के आधार पर झगड़े नहीं होने चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब कोई खिलाड़ी ओलंपिक्स में पदक जीतता है या कोई सैनिक सीमा पर शहीद होता है, तो हम उसकी जाति या धर्म नहीं पूछते, बल्कि हम सभी को उन पर गर्व होता है। यही सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। उन्होंने अवैध घुसपैठ पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि यह सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह इसे रोके। उन्होंने कहा कि चाहे बांग्लादेश से हो या अन्य किसी भी देश से, अवैध घुसपैठ को हर हाल में रोका जाना चाहिए।

मुस्लिम आरक्षण पर RSS का स्पष्ट मत

दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार धार्मिक आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता। उन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर का हवाला देते हुए कहा कि वे भी इस विचार के खिलाफ थे। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने धर्म के आधार पर आरक्षण की घोषणा की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे लागू नहीं होने दिया।

बीजेपी के कामकाज पर RSS की राय

होसबोले ने कहा कि जनता ने अपने निर्णय से यह स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी का कार्य कैसा रहा है। उन्होंने कहा कि संघ को यदि किसी क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता महसूस होती है, तो वह अपनी बात रखता है, लेकिन RSS बीजेपी का अभिभावक नहीं है जो उसे रोज़ निर्देश देता रहे। RSS की इस अखिल भारतीय प्रतिनिधी सभा में विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर मंथन किया गया। दत्तात्रेय होसबोले ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट रूप से बताया कि RSS की विचारधारा क्या है और वर्तमान सरकार तथा विभिन्न सामाजिक विषयों को लेकर संघ का दृष्टिकोण क्या है।