प्रधानमंत्री – आप सबको बहुत शुभकामनाएं!
कोच - Hon’ble Prime Minister Thank You Very much. We feel honoured and privileged coming here. Just एक कैंपेन के बारे में बताऊंगा, जो इन्होंने कमाल कर दिया इन लड़कियों ने, देश की बेटियों ने कमाल कर दिया, 2 साल से लगे हैं सर, मेहनत इतनी की है, कमाल की मेहनत की है इन्होंने, हर प्रैक्टिस सेशन में उतनी ही इंटेंसिटी से खेले, हर प्रैक्टिस सेशन में उतनी ही एनर्जी से उतरे ग्राउंड में, यही कहूंगा कि इनकी मेहनत रंग लाई।
हरमनप्रीत कौर- सर मुझे अभी भी याद है कि जब हम 2017 में आपको मिले थे, उस टाइम हम ट्रॉफी के साथ नहीं आए थे, लेकिन ये हमारे लिए बहुत ऑनर की बात है, कि इस बार हम आपको जिसके लिए हम इतने सालों से मेहनत कर रहे हैं, वो ट्रॉफी यहां पे लेकर आ पाए और आपने आज हमारी खुशी वो दो गुना और ज्यादा बढ़ा दी है और हमारे लिए बहुत ऑनर की बात है और अभी हमारा यही aim है कि हम फ्यूचर में आपको बार-बार मिले और बार-बार आपके साथ टीम के साथ फोटो खिंचाते रहे।
प्रधानमंत्री - नहीं सचमुच में आप लोगों ने बहुत बड़ा काम किया है और भारत में क्रिकेट एक खेल नहीं है, एक प्रकार से भारत के लोगों की जिंदगी बन गया है और क्रिकेट में अच्छा होता है, तो भारत अच्छा फील करता है और क्रिकेट में थोड़ा सा भी इधर हो गया तो पूरा भारत हिल जाता है। आपको भी जब तीन मैच लगातार हारे तो जो ट्रोलिंग सेना है, वो जिस प्रकार से आपके पीछे पड़ गए।
हरमनप्रीत कौर- जब हम पहले 2017 में मिले थे, तब हम फाइनल हार कर आए थे, लेकिन तब सर ने हमें बहुत मोटिवेट किया था कि जब भी आपको नेक्स्ट ओपोरर्चुनिटी मिले, कि हम वहां पर कैसे खेलें और अपना बेस्ट दें, और आज जब हम फाइनली ट्रॉफी जीत कर आए हैं तो उनके साथ बहुत अच्छा लगा बात करके।
प्रधानमंत्री - हां बताइए स्मृति जी।
स्मृति मंधाना- हम जब 2017 में आए थे ट्रॉफी नहीं लेके आ पाए थे, but मुझे याद है आप हमने एक क्वेश्चन पूछा था एक्सपेक्टेशंस के बारे में आपको और वो आंसर अभी भी और वो चीज काफी हेल्प की थी हम लोगों को कि, नेक्स्ट 6-7 years हमने बहुत कोशिश की, but काफी वर्ल्ड कप्स हार्ट ब्रेक्स हुए हमारे but ये वर्ल्ड कप फाइनली आई थिंक डेस्टिनी थी कि इंडिया में ही पहला वर्ल्ड कप आएगा वुमस का.....
प्रधानमंत्री- ये तो पूरा देश देख रहा है और गर्व कर रहा है। मैं तो आप लोगों को सुनना चाहता हूं, आपके अनुभव।
स्मृति मंधाना- सर आई थिंक सबसे बेस्ट बात ये कैंपेन की यह थी कि कोई भी प्लेयर घर जाके उनकी स्टोरीज बताएगा, कि किसी का भी कंट्रीब्यूशन कम नहीं था।....
जेमिमाह रॉड्रिक्स- आई थिंक जब हम वो तीन मैच हारे, I think, a team is actually defined by not how many times you win? But how you can pick yourself up after a fall.....Sir कि जो यह यूनिटी था ये टीम में I think this is the best, I have seen because जब Whenever anyone was doing well, सभी खुश हो जा रहे थे, सभी तालियां मार रहे थे......
स्नेह राणा- मैं जेमी के साथ सहमति देती हूं कि, हम लोगों ने यही डिसाइड किया था कि सबकी सक्सेस में तो सब साथ होते हैं, लेकिन जब किसी का डाउनफॉल चलता है तो उस टाइम और भी ज्यादा साथ देना जरूरी है।....
क्रांति गौड़- हरमन दी हमेशा बोलती है कि सब हंसते रहो तो हमारा था कि अगर कोई थोड़ा सा भी अगर कोई ऐसा नर्वस बैठा है तो हमारा था, कि सब हंसते रहो तो एक दूसरे को हंसते हुए देख के हमें लगता था कि हम सब हंस हंसते रहे।
प्रधानमंत्री - नहीं कोई हंसाने वाला भी तो होगा ना आपकी टीम में?
खिलाड़ी - जेमि दी है ना।
जेमिमाह रॉड्रिक्स- सर एक्चुअली हरलीन भी, क्योंकि वो भी बहुत importance देती हैं टीम को साथ लाने में तो।
हरलीन कौर देओल- नहीं सर एक्चुअली टीम में आई फील कि ऐसा होना चाहिए एक आधा इंसान जो माहौल लाइट रखे और मेरे को जब भी ऐसा लगता है कि कोई ऐसे बैठा है खाली या फिर मतलब मेरे को ऐसा लगता है मैं ज्यादा ही वेली हूं, तो मैं सबके पास कुछ ना कुछ, कुछ ना कुछ, करके ऐसे करती रहती हूं, तो मतलब मेरे को अच्छा लगता है सर जब मेरे आसपास लोग खुश रहते हैं।
प्रधानमंत्री - यहां पर आ कर के भी कुछ किया होगा ना।
हरलीन कौर देओल- सर इन लोगों ने हमें डांट दिया था, बोले शांत रहो थोड़ा। थोड़ा ज्यादा आवाज होती तो डांट दिया।
हरलीन कौर देओल- सर मेरे को आपकी स्किन केयर रूटीन पूछना था। आप बहुत ग्लो करते हो सर।
प्रधानमंत्री – मैं मेरा इस विषय पर ज्यादा ध्यान नहीं गया था।
खिलाड़ी - सर ये करोड़ों देशवासियों का प्यार है आपके लिए।
प्रधानमंत्री - ये तो है ही है जी। यह बहुत बहुत बड़ी ताकत होती है समाज से इतना क्योंकि अब मेरा सरकार में भी 25 साल हो गए हैं। हेड ऑफ़ द गवर्नमेंट। तो ये लंबा समय होता है, उसके बाद भी इतने जब आशीर्वाद मिलते हैं तो उसका एक तो प्रभाव रहता है।
प्रधानमंत्री - तो डीएसपी आज आप लोगों ने क्या किया? आप सबको सूचनाएं देती रही होगी। हां कंट्रोल कंट्रोल करती है सबको।
दीप्ति शर्मा- नहीं सर मतलब wait था आपसे मिलने का और बस एंजॉय किया और इस चीज का wait था कि आपसे मिलेंगे। बट मेरे को याद है आपने 2017 में मेरे को बोला था कि वही एक प्लेयर है जो उठ के चलना सीखे या उठ के अपने फेलियर से बाहर निकले। बस लगे रहो, मेहनत करते रहो, मेहनत करना मत छोड़ो, तो आपका वो एक वर्ड मुझे मतलब हमेशा मोटिवेट करता है और मैं आपकी स्पीच सुनती रहती हूं। ...
प्रधानमंत्री - आप ये टैटू लगा के घूमती रहती हैं तो हनुमान जी तुम्हें क्या मदद करते हैं?
दीप्ति शर्मा - सर वो भी मतलब उन पर ज्यादा अपने से खुद से ज्यादा उनपे बिलीफ रहता है मुझे, कि जब भी ऐसा मोड़ आता है कि कठिनाइयां आती हैं तो मतलब उनका नाम लेती हूं तो मुझे लगता है कि वो कठिनाइयों से मैं बाहर आ जाती हूं। इतना बिलीफ है उनके ऊपर।
प्रधानमंत्री -और आप तो अपने Instagram अकाउंट पर भी जय श्री राम लिखती हो?
दीप्ति शर्मा - जी उस पर भी लिखा हुआ है, हां जी। जी।
प्रधानमंत्री - श्रद्धा जीवन में बहुत काम करती है जी, उससे एक फायदा होता है कि भाई हम किसी को सुपुर्द कर दिया सो जाओ, वो करेगा। लेकिन ये मैदान में आपकी दादागिरी बहुत चलती है, ऐसी जो बात है उसमें कितना दम है?
दीप्ति शर्मा - सर ने मतलब पर्सनली मेरे से पूछा कि आपके हाथ में हनुमान जी का टैटू है। उसके पीछे का क्या राज है? आप मतलब कितना क्लोजली आप उनको मानते हैं और सबसे अच्छी चीज ये मुझे लगी कि सर को मेरा इंस्टा का टैगलाइन भी पता है।
प्रधानमंत्री - अच्छा हरमन आपने ये जो जीतने के बाद बॉल जेब में रखा, तो क्या, क्या कारण था? कुछ सोच करके या किसी ने बताया था या गाइड किया था क्या हुआ था?
हरमनप्रीत कौर - नहीं सर ये भी भगवान का ही प्लान था, क्योंकि ऐसा तो था नहीं कि लास्ट बॉल लास्ट कैच मेरे पास आएगा, पर वो बॉल मेरे पास आई और बस इतने सालों की मेहनत इतने सालों की वेट ये था कि अब ये मेरे पास आई है तो ये मेरे पास ही रहेगी। अभी भी मेरे बैग में ही है।
प्रधानमंत्री - शेफाली आप रोहतक से हैं। वहां तो सब पहलवान पैदा होते हैं, तो आप कहां इस दुनिया में चली गई?
शेफाली वर्मा- हां जी सर, वहां से पहलवानी और कबड्डी बहुत ज्यादा निकलती है। बट आई थिंक मेरे पापा का बहुत ज्यादा हाथ रहा क्योंकि उनको।
प्रधानमंत्री - नहीं पहले कभी अखाड़े वाला खेल नहीं किया।
शेफाली वर्मा - नहीं सर।
प्रधानमंत्री - कभी नहीं किया।
शेफाली वर्मा - नहीं किया सर।
प्रधानमंत्री – अच्छा।.....
प्रधानमंत्री - हम सबको मिलकर के देश को आगे ले जाना है।