नवा रायपुर। सामाजिक न्याय के नाम पर आदिवासियों का अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि यह उनकी देशवासियों को गारंटी है कि वो दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ सहित हिन्दुस्तान का हर कोना माओवादी आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त होगा।
छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”मैं देशवासियों को गारंटी देता हूं, वो दिन दूर नहीं, जब हमारा छत्तीसगढ़, हमारा हिन्दुस्तान, इस हिन्दुस्तान का हर कोना माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।”
मोदी ने कहा कि उन्हें आज इस बात की बहुत खुशी है कि छत्तीसगढ़, नक्सलवाद-माओवादी आतंक की बेड़ियों से मुक्त हो रहा है। नक्सलवाद की वजह से लोगों ने 50-55 साल तक जो कुछ झेला, वो पीड़ादायक है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आज जो लोग संविधान की किताब का दिखावा करते हैं, जो लोग सामाजिक न्याय के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाते हैं, उन्होंने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए आपके साथ दशकों तक अन्याय किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि माओवादी आतंक से लंबे समय तक छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाके सड़कों से वंचित रहे, बच्चों को स्कूल नहीं मिले, बीमारों को अस्पताल नहीं मिले और जो जहां थे, बम से उसे उड़ा दिया जाता था। डॉक्टरों को, टीचरों को मार दिया जाता था और दशकों तक देश पर शासन करने वाले लोगों को अपने हाल पर छोड़कर एयर कंडीशन कमरों में बैठकर अपने जीवन का आनंद लेते रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 11 साल पहले देश के सवा सौ जिले, माओवादी आतंक की चपेट में थे और अब सिर्फ तीन जिले बचे हैं तीन, जहां माओवादी आतंक का थोड़ा रुबाब चलाने की कोशिश हो रही है।
मोदी ने कहा, ‘ मैंने गरीबी को बड़े निकट से देखा है। मैं जानता हूं, गरीब की चिंता क्या होती है, गरीब की बेबसी क्या होती है। इसलिए, जब देश ने मुझे सेवा का अवसर दिया, तो मैंने गरीब कल्याण पर बल दिया। गरीब की दवाई, गरीब की कमाई, गरीब की पढ़ाई और गरीब को सिंचाई की सुविधा, इस पर हमारी सरकार ने बहुत फोकस किया है।’
उन्होंने कहा कि 25 साल पहले, हमारे इस छत्तीसगढ़ में सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज था एक, आज छत्तीसगढ़ में 14 मेडिकल कॉलेज हैं, रायपुर में एम्स है, देश में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाने का अभियान भी छत्तीसगढ़ से ही शुरू हुआ था। आज छत्तीसगढ़ में करीब साढ़े पांच हज़ार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं।