बिहार सरकार ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे दो एडीजी रैंक के अधिकारियों सहित तीन वरिष्ठ आईपीएस अफसरों को नई जिम्मेदारी सौंपी है। गृह विभाग (आरक्षी शाखा) की ओर से जारी अधिसूचना में इन अधिकारियों के पदस्थापन का विवरण दिया गया है।
1. परेश सक्सेना बने असैनिक सुरक्षा बिहार के अपर आयुक्त
1994 बैच के आईपीएस अधिकारी परेश सक्सेना, जो हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं, को असैनिक सुरक्षा बिहार का अपर आयुक्त सह अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) नियुक्त किया गया है। उनके अनुभव और प्रशासनिक क्षमता को देखते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
2. नैय्यर हसनैन खान को फिर मिली आर्थिक अपराध इकाई की जिम्मेदारी
1996 बैच के आईपीएस अधिकारी नैय्यर हसनैन खान, जो केंद्रीय इकाई एसएसबी में आईजी के पद पर तैनात थे, को एक बार फिर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) का एडीजी बनाया गया है। पिछले साल ही वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए थे, लेकिन राज्य सरकार के अनुरोध पर उनकी सेवाएं वापस बुला ली गईं।
3. अमित लोढ़ा बने SCRB के एडीजी
1998 बैच के आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा, जो पहले राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो (SCRB) के आईजी थे, को उनके ही पद को उत्क्रमित कर SCRB का एडीजी नियुक्त किया गया है। इसके बाद डीजी जितेंद्र सिंह गंगवार को असैनिक सुरक्षा बिहार और विशेष शाखा के एडीजी सुनील कुमार को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
4. अमित लोढ़ा पर दर्ज है आय से अधिक संपत्ति का केस
आईपीएस अमित लोढ़ा का नाम हाल ही में विवादों में भी रहा है। उनकी लिखी किताब "बिहार डायरीज" पर बनी वेब सीरीज "खाकी: द बिहार चैप्टर" काफी चर्चित रही थी। हालांकि, उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति, पद के दुरुपयोग और अनैतिक रूप से धन अर्जित करने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राज्य की विशेष निगरानी इकाई (SVU) जांच कर रही है। 7 दिसंबर 2022 को उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (DA) मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें अन्य व्यक्तियों को भी अभियुक्त बनाया गया है।
बिहार सरकार के इस प्रशासनिक फेरबदल से राज्य पुलिस तंत्र में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। जहां नैय्यर हसनैन खान को फिर से EOU की जिम्मेदारी दी गई है, वहीं अमित लोढ़ा को SCRB का एडीजी बनाया गया है। वहीं, परेश सक्सेना को असैनिक सुरक्षा बिहार का एडीजी नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों से पुलिस प्रशासन की दक्षता बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन अमित लोढ़ा के खिलाफ चल रही जांच भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बनी हुई है।