यूपी के मेरठ में रुपये और खाने का लालच देकर हिंदू महिलाओ का बहला फुसलाकर धर्मांतरण का खेल तेज़ी से चल रहा था। यहां कई महीनों से चल रहे धर्म परिवर्तन के गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है। ईसाई मिशनरियों का जाल कई जिलों में फैला हुआ है। ये लोग कम आय वर्ग वाले परिवारों का पैसा, शिक्षा और नौकरी के नाम पर धर्मांतरण करवा रहे हैं। पैसा, बच्चों को शिक्षा, उपचार और नौकरी के नाम पर इन परिवारों का धर्मांतरण किया जा रहा है। मिशनरियों का मिशन मुस्लिम अवध क्षेत्र के श्रावस्ती से शुरू होकर बहराइच, सीतापुर, रायबरेली, अमेठी होते हुए अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर और मेरठ तक पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, धर्म परिवर्तन के शिकार हुए लोगों का कहना है कि उन्हें बाइबल की किताब हाथ में रखकर लाल रंग का तरल पदार्थ पीने का दबाव बनाते हैं।
मेरठ में धर्म परिवर्तन
मेरठ के कंकरखेड़ा में इस मामले का खुलासा तब हुआ जब मौके पर पहुंचे हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को देखकर सिस्टर वे फादर भागने लगे। शुक्रवार को एक युवक को इसकी सूचना मिली की धर्मशाला के अंदर इसी समाज के लोग धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि महिला द्वारा धार्मिक किताब से प्रवचन दिया जा रहा था और सभी लोगों को धर्म परिवर्तन करने के बारे में जानकारी दी जा रही थी। इस दौरान युवक ने अपने मोबाइल में वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया है। इस मामले की जानकारी मिलने पर मेरठ कंकरखेड़ा थाने पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। सूचना मिलने के बाद अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही भी कार्यकर्ताओं को लेकर थाने पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने थाने पर तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस मामले की जानकारी मिलने पर एसपी सिटी का कहना है की तहरीर के आधार पर जांच कर कार्यवाही की जाएगी।