ईद की सेवइयां खिलानी है तो होली... पीस कमेटी में बोले संभल CO अनुज चौधरी

Authored By: News Corridors Desk | 26 Mar 2025, 06:46 PM
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उत्तर प्रदेश के संभल में सीओ अनुज चौधरी ने अपने पिछले बयान को दोहराते हुए एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने अपने '52 जुमे और एक होली' वाले बयान को सही ठहराते हुए कहा कि इसमें गलत क्या है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यदि किसी को यह बयान आपत्तिजनक लगता है तो वह कानूनी प्रक्रिया अपना सकता है।

होली और जुमा पर बयान

सीओ अनुज चौधरी ने पीस कमेटी की बैठक में यह भी कहा कि यदि भाईचारे की भावना को बनाए रखना है, तो इसमें संतुलन जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि ईद की सेवइयां खिलाने की बात है, तो होली पर गुझिया भी खानी पड़ेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिर्फ बाहर से भाईचारे की बातें करने से कुछ नहीं होगा, बल्कि इसे व्यवहार में भी लाना होगा।

सीओ अनुज चौधरी ने अपने पहले दिए बयान को दोहराते हुए कहा कि हिंदुओं की होली साल में एक बार आती है, जबकि मुस्लिम समुदाय का जुमा हर हफ्ते आता है। उन्होंने कहा कि इस तुलना में कोई आपत्तिजनक बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को यह बयान गलत लगता है, तो वह कानूनी कार्रवाई कर सकता है।

ईद और अलविदा जुमा की नमाज के नियम

पीस कमेटी की बैठक के दौरान एसडीएम सदर ने स्पष्ट किया कि ईद और अलविदा जुमा की नमाज किसी भी स्थिति में सड़क पर नहीं होगी। इसके साथ ही मकान की छतों पर भी नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कहा कि छत पर ज्यादा भीड़ होने से दुर्घटना की संभावना हो सकती है।

एसडीएम ने कहा कि जामा मस्जिद के चबूतरे के बाहर भी नमाज नहीं होगी। उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों से अनुरोध किया कि वे अपने समुदाय के लोगों को समझाएं कि नमाज केवल मस्जिद के अंदर ही अदा करें।

सीओ अनुज चौधरी ने कहा कि समाज में आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए सभी को बड़ा दिल दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसी भी विवाद या समस्या के उत्पन्न होने पर इसका असर दोनों पक्षों पर पड़ेगा।

संभल में शांति व्यवस्था पर जोर

सीओ ने यह भी कहा कि संभल को छोड़कर बाकी जिलों में बीते तीन महीनों में किसी भी प्रकार की अशांति नहीं हुई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केवल उन्हीं लोगों को जेल भेजा गया है जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। किसी भी व्यक्ति को बिना सबूत के दंडित नहीं किया गया है।

संभल में आयोजित इस पीस कमेटी की बैठक में धार्मिक आयोजनों और भाईचारे पर जोर दिया गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि शांति बनाए रखने के लिए सभी को नियमों का पालन करना होगा और कोई भी धर्म विशेष या समुदाय भेदभाव का शिकार नहीं होगा।