आपने टेक्नोलॉजी के पॉजिटिव इस्तेमाल के बारे में बहुत सुना होगा, लेकिन इसका निगेटिव इस्तेमाल भी बहुत किया जाता है। 21वीं सदी में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया है। लगभग सभी लोग हर दिन इसका इस्तेमाल करते हैं। स्मार्टफोन के कई फायदे हैं, लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं। अगर आप किसी से मिलते हैं, तो ध्यान रखें कि वो आपके पर्सनल पलों को कैमरे में कैद तो नहीं कर रहा। किसी भी सूरत में किसी को अपना आपत्तिजनक वीडियो न बनाने दें। अगर इस तरह के वीडियोज अगर आपके फोन हैं, तो उनके लीक होने के बहुत ज्यादा चांस होते हैं। अपने फोन को हमेशा पासवर्ड या दूसरे तरीकों से सिक्योर रखें। अक्सर प्राइवेट वीडियो या MMS लीक होने की खबरें सामने आती रहती हैं। कई लोगों के मन में इसको लेकर सवाल है कि प्राइवेट वीडियो या MMS Leak कैसे होते हैं। इसको लेकर कोई एक वजह नहीं है। कई कारण होते हैं जब प्राइवेट वीडियो या MMS लीक हो जाते हैं।
कैसे होते हैं वीडियो लीक?
गूगल पर कई ऐसे ऐप्स होते हैं जिसमें आपको कैशबैक या फिर अन्य ऑफर दिए जाते हैं। अक्सर यूजर्स लालच में आकर इन ऐप्स को अपने फोन में डाउनलोड कर लेते हैं। इसके साथ ही यूजर्स उन ऐप्स के बारे में पढ़े बिना ही उसको एक्सेस भी दे देते हैं। इस तरह ऐप्स को आपके फोटो और वीडियो का एक्सेस मिल जाता है। ऐसे में किसी भी ऐप को गैलरी का एक्सेस देने से पहले आपको सावधानी बरतनी चाहिए।
फोन बेचने से पहले दें ध्यान
नए फोन के लिए हम अपना पुराना फोन किसी को बेच देते हैं। फोन बेचते वक्त हम अपना डेटा डिलीट नहीं करते हैं या फिर फोन को रिसेट नहीं करते हैं, जिससे हमारा सभी डेटा, वीडियो और फोटो फोन खरीदने वाले शख्स के पास चले जाते हैं। ऐसी स्थिति में प्राइवेट वीडियो और फोटो लीक हो सकते हैं।
क्लाउड से लीक हो सकता है डेटा
लोग अलग-अलग ड्राइव में अपना डाटा सेव करते हैं। लोगों को लगता है कि क्लाउट में डाटा सेव करना सुरक्षित है, लेकिन कई बार यहां से भी डाटा लीक होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। खासकर अगर उस क्लाउट का पासवर्ड स्ट्रांग नहीं है या फिर किसी ने पासवर्ड हैक कर लिया है तो इस तरह के वीडियो सुरक्षित नहीं रहते। लोगों को लगता है कि पासवर्ड डला हुआ है इसलिए कोई भी वीडियो इन क्लाउड्स में सेव कर दें, लेकिन ये ध्यान रखना चाहिए कि अगर कोई बहुत पर्सनल वीडियो है तो उसे इस तरह की जगहों पर सेव करने से बचें।