उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में शुक्रवार को अदालत के बाहर एक ऐसा ड्रामा हुआ, जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। एक महिला ने अपने पति को चप्पलों से दौड़ा-दौड़ा कर पीट डाला। वजह? पति ने कोर्ट से बाहर आते ही उसे गाली-गलौज करते हुए तीन तलाक दे दिया। यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, और लोग तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
शादी से लेकर कोर्ट तक की कहानी
घटना रामपुर के बमनपुर खजुरिया क्षेत्र की रहने वाली आसिया और उसके पति आशिद अली से जुड़ी है। दोनों की शादी 2018 में खजुरिया थाना क्षेत्र के धीमरी गांव में हुई थी। शादी के बाद दो बेटियां हुईं, लेकिन घरेलू झगड़ों ने जिंदगी को नर्क बना दिया। पति और ससुरल वाले आए दिन मारपीट करते थे। आजिज होकर आसिया बच्चों समेत मायके चली गई।
पांच महीने पहले आसिया ने खर्चे (मेंटेनेंस) के लिए पारिवारिक न्यायालय में मुकदमा दायर किया। शुक्रवार को इसी मामले में तारीख थी। आसिया अपनी मौसी रेशमा के साथ कोर्ट पहुंची, तो पति आशिद अपने पिता के साथ। सुनवाई खत्म होने के बाद दोनों पक्ष बाहर निकले। यहीं से शुरू हुई कहानी का ट्विस्ट!
तीन तलाक पर भड़का विवाद
आसिया का आरोप है कि बाहर निकलते ही पति और ससुर ने उसे गालियां दीं और तीन तलाक बोल दिया। विरोध करने पर दोनों ने मारपीट शुरू कर दी। गुस्से से लाल आसिया ने फौरन चप्पल उतारी और पति का कुर्ता पकड़ लिया। फिर क्या था, दौड़ लग गई! महज 5 सेकंड में 5 चप्पलें बरसा दीं। पति का कुर्ता फट गया, और चेहरा लाल हो गया।
मौके पर भीड़ जुट गई। कई लोगों ने मोबाइल निकालकर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। किसी तरह बीच-बचाव हुआ, लेकिन तब तक वीडियो इंटरनेट पर छा चुका था। एक यूजर ने लिखा, "हिजाब नहीं, हिसाब का मामला है!" दूसरे ने कहा, "तीन तलाक पर सजा मिली!" वीडियो पर हजारों व्यूज आ चुके हैं।
महिला की शिकायत, पुलिस क्या करेगी?
घटना के बाद आसिया ने पति और ससुर के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कराने के लिए एसपी को शिकायती पत्र भेजा। पुलिस ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया, लेकिन वीडियो वायरल होने से दबाव बढ़ रहा है। आसिया ने बताया, "वह कोर्ट से बाहर निकल रही थी, तभी उन्होंने हमला किया। मैंने सिर्फ खुद का बचाव किया।"
सोशल मीडिया पर मिक्स्ड रिएक्शन
यह वीडियो रामपुर से आगे पूरे देश में फैल गया। कुछ लोग महिला की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ तीन तलाक जैसे मुद्दे पर बहस छेड़ रहे हैं। एक कमेंट था, "महिला सशक्तिकरण का नया रूप!" लेकिन कई ने इसे तमाशा बताया। यह घटना एक बार फिर घरेलू हिंसा और तलाक के कानूनी पहलुओं पर सवाल खड़े कर रही है।