17 मार्च को हुई हिंसा के बाद नागपुर में हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं । हालांकि तनाव अब भी बरकरार है । अब भी 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है । शहर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं । घटना के बाद संवेदनशील इलाकों में पुलिस के 2000 से अधिक जवानों के साथ-साथ QRT और दंगा नियंत्रण पुलिस को भी तैनात किया गया है।
सोमवार को एक अफवाह के बाद भड़काई गई हिंसा में आम लोगों के साथ-साथ 32 पुलिसकर्मी भी घायल हु थे । इनमें तीन डीसीपी रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं ।
पुलिस ने फहीम खान को हिंसा का मास्टरमाइंड बताया है । गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने बुधवार को उसकी तस्वीर भी जारी कर दी ।
कौन है फहीम खान और उसपर क्या हैं आरोप ?
नागपुर पुलिस के मुताबिक फहीम खान माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष है । 2024 में फहीम खान बीजेपी नेता नीतिन गडकरी के खिलाफ लोकसभा चुनाव भी लड़ा था जिसमें उसे करारी हार का सामना करना पड़ा था । वह नागपुर के यशोधरा नगर इलाके के संजय बाग कॉलोनी में रहता है ।
पुलिस का कहना है कि फहीम खान ने ही करीब 500 लोगों को भड़का कर पुलिस स्टेशन पर इकट्ठा किया था । उसके भड़काने पर भीड़ में मौजूद लोगों ने न सिर्फ दंगा-फसाद शुरू कर दिया बल्कि पुलिस पर भी हमला बोल दिया । इस दौरान महिला पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता की भी कोशिश की गई ।
हिंसा की घटना के बाद से पुलिस पूरी तरह से एक्शन मोड में है। इस मामले में अबतक 5 एफआईआर दर्ज किए गए हैं और पुलिस ने अबतक 51 लोगों को गिरफ्तार किया है । पुलिस की 10 टीमें उपद्रवियों की तलाश कर रही है ।
पुलिस की एफआईआर में चौंकाने वाले खुलासे
नागपुर पुलिस ने हिंसा मामले में कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है । FIR के मुताबिक भीड़ ने न सिर्फ भड़काऊ नारे लगाने शुरू कर दिए बल्कि झूठी अफवाहें भी फैलाई । इसमें कहा गया है कि पुलिस की चेतावनी के बावजूद भीड़ कुल्हाड़ी, पत्थर, डंडा और अन्य घातक हथियार लेकर निकली । उपद्रवियों ने पूरे इलाके में आतंक मचाया और जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की ।
दर्ज FIR के मुताबिक भीड़ ने पुलिस पर भी घातक हथियारों से जानलेवा हमला किया । उन पर पत्थरबाजी की गई और पेट्रोल बम भी फेंके । वहां खड़े वाहनों में आग लगा दी और तोड़फोड़ शुरू कर दी ।
इतना ही नहीं पुलिस अधिकारियों को सांप्रदायिक ताने और गालियां दी गई । उपद्रवियों ने इस दौरान एक महिला पुलिस कांस्टेबल पर हमला कर उसे अनुचित तरीके से छुआ और अश्लील टिप्पणियां कीं । उसकी वर्दी भी उतारने की कोशिश की गई । दूसरी महिला अधिकारियों के साथ भी अश्लील हरकतें करने की कोशिश की गई ।
नागपुर में क्यों भड़की हिंसा?
17 मार्च को नागपुर में उपद्रवियों ने जमकर हिंसा की थी । पुलिस के मुताबिक हिंसा के पीछे एक अफवाह थी जिसे फैलाया गया था । कुछ संगठनों द्वारा मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर प्रद्शन किया जा रहा था । इसी बीच एक धार्मिक ग्रंथ को जलाने की अफवाह फैली और हिंसा भड़क उठी । पुलिस के मुताबिक आरोपी फहीम खान ने भड़काउ भाषण देकर भीड़ को हिंसा के लिए और उकसाया ।