मोदी के मिशन AI से दुनिया में खलबली ! अमेरिकी वैज्ञानिक ने कही बड़ी बात...

Authored By: News Corridors Desk | 19 Mar 2025, 08:57 PM
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भारतीय AI की घोषणा के बाद पूरी दुनिया को इंतजार है कि भारत क्या बड़ा और अनोखा करने वाला है । अमेरिका तक इसकी गूंज सुनाई पड़ रही है , तभी तो  अमेरिकी वैज्ञानिक और पेंटियम प्रोसेसर के जनक विनोद धाम ने भारतीय AI के अद्भुत होने की घोषणा कर दी है । पद्म विभूषण से सम्मानित विनोद धाम ने एआई प्रोजेक्ट को लेकर भारत सरकार की सोच और प्लानिंग की खुलकर तारीफ की है । उन्होने कहा यह 15-20 साल पहले वाला इंडिया नहीं है । 

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मोदी सरकार ने AI को देश के विकास और तकनीकी आत्मनिर्भरता के लिए एक जरूरी कदम माना है । केंद्रीय कैबिनेट ने इंडिया AI मिशन को मार्च 2024 में ही मंज़ूरी दे दी थी और इस पर तेजी से काम भी शुरू हो चुका है । 

इंडिया AI मिशन के लिए सरकार का प्लान 

भारत सरकार ने एआई के लिए 5 साल में 10,372 करोड़ रुपये के निवेश का बजट रखा है । फिलहाल 10,000 से अधिक GPU की कंप्यूटिंग क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य है । भारतीय भाषाओं के 100 अरब से अधिक पैरामीटर वाले मॉडल बनाए जाएंगे । भारतीय AI के  लिए नेशनल लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) पर काम हो रहा है । 

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मिशन AI के लिए नवाचार केंद्र स्थापित किया जा रहा है जिसके लिए सरकार ने डेटा सेंटर और GPU की खरीद शुरु कर दी है । प्राइवेट डेटा के लिए एक मंच बनेगा ताकि एडवांस AI एप्लिकेशन बन सके । आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की शिक्षा देने के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और IIT जैसे देश की अग्रणी संस्थानों को AI मिशन में अहम भूमिका दी जा रही है । 

अब तक 3 करोड़ से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण 

सरकार ने 2014 से अब तक 3 करोड़ से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया है, जिसमें AI से संबंधित कौशल भी शामिल है । सरकार अपनी डेटा संप्रभुता और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसा AI ढांचा विकसित करना चाहता है, जिसमें विदेशी तकनीक और कंपनियों पर निर्भरता कम हो । 

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इंडिया AI मिशन के तहत अब तक 10,000 GPU उपलब्ध कराए जा चुके जो दुनिया के DeepSeek मॉडल की क्षमता से 9 गुना और ChatGPT की क्षमता का लगभग दो-तिहाई है । मार्च 2025 तक भारत ने अपने सबसे शक्तिशाली AI कम्प्यूट पोर्टल की तैयारी शुरू कर दी है । भारत का एआई मिशन वैश्विक मॉडलों से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम है

चित्रलेखा :  AI4Bharat द्वारा विकसित ओपन-सोर्स वीडियो ट्रांसक्रिएशन प्लेटफॉर्म है । यह भारतीय भाषाओं में ऑडियो ट्रांसक्रिप्ट बनाता है ।

हनुमान एवरेस्ट 1.0 : हैदराबाद की एक कंपनी द्वारा बनाया गया बहुभाषी AI सिस्टम है जो वर्तमान में 35 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है और इसे 90 तक बढ़ाने की योजना है । 

टीम मोदी के भगीरथ प्रयासों के बावजूद, भारत में अभी भी व्यापक AI और क्लाउड कंप्यूटिंग सुविधाओं की कमी है । वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए और अधिक कुशल पेशेवरों और पूंजी की जरूरत है । 

अब तक की प्रगति से संकेत मिलता है कि भारत इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन पूर्ण आत्मनिर्भरता और वैश्विक नेतृत्व के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना बाकी है । लेकिन पीएम मोदी की दूरदर्शी सोच , प्लानिंग और संकल्प हर मुश्किल को आसान बना देते हैं और ऐसा ही अब मिशन एआई के साथ भी हो रहा है । दुनिया ने तारीफ़ करनी शुरू कर दी है ।