कश्मीरी गेट दिल्ली का एक ऐतिहासिक स्थल है, जिसे मुगल काल में बनाया गया था। उस दौरान यहां पर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाई गई थी, जो उनकी वीरता और देशभक्ति का प्रतीक है। हाल ही में दिल्ली के अंतर्राज्यीय बस अड्डा, कश्मीरी गेट में महाराणा प्रताप सिंह जी की प्रतिमा को खंडित किया गया। महाराणा प्रताप की मूर्ति तोड़े जाने की घटना ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। यह घटना तब हुई जब देश में राष्ट्रीय नायकों की मूर्तियों को लगाने और उनके सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करने की चर्चा हो रही है। इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों और राजनीतिक दलों ने इसकी कड़ी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।
इस घटना से सनातनियों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा है। जिसमें कश्मीरी गेट स्थित कुदेसिया पार्क में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर लगी तलवार और हाथ क्षतिग्रस्त नजर आ रहा है। लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और महाराणा प्रताप की मूर्ति को फिर से लगाने की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच भी शुरू कर दी है।
महाराणा प्रताप सेना का विरोध प्रदर्शन जारी
महाराणा प्रताप सेना ने कहा है कि वो इस घटना के विरोध में प्रदर्शन करते रहेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि महाराणा प्रताप की मूर्ति को फिर से लगाने की मांग की जाएगी और इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। बता दें कि तांडव सेना एवं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के संयुक्त तत्वाधान में सामूहिक विरोध प्रदर्शन एवं धरना का आयोजन किया गया है। जहां डॉ.ए पी सिंह, वरिष्ठ वकील, राज्यवर्द्धन सिंह परमार, भूदेव शर्मा, ध्यानपाल सिंह जादैन, योगी हितेश्वर नाथ जी महाराज, जगवीर सिंह परमार, तेज प्रताप एडवोकेट, एचएन सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल हुए। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमारे राष्ट्रीय नायकों का सम्मान करना और उनकी विरासत को संरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है। हमें ऐसी घटनाओं का विरोध करना चाहिए और हमारे राष्ट्रीय नायकों के सम्मान में एकजुट होना चाहिए।
कैसे पड़ा कश्मीरी गेट नाम?
लोगों ने कश्मीरी गेट के नाम के पीछे कई कहानियां बताई हैं। आखिर इस जगह का नाम कश्मीरी गेट कैसे पड़ा, क्या इसका दरवाजा कश्मीर से आया था? मुगल शाहजहां द्वारा निर्मित इस गेट का नाम यह इसलिए पड़ा, क्योंकि ये एक सड़क की शुरुआत में पड़ता था, जो कश्मीरी की ओर जाया करती थी। यही कारण है कि इस जगह का नाम कश्मीरी गेट रखा गया।