होली में यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और उन्हे सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए रेल विभाग महाकुंभ वाले फॉर्मूले पर काम कर रहा है । होली के त्योहार पर भीड़ नियंत्रण को लेकर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिए गया है कि अधिक भीड़ वाले स्टेशनों पर महाकुम्भ की तरह होल्डिंग एरिया, नियंत्रित प्रवेश, सीसीटीवी कैमरों से कंट्रोलिंग और डिजिटल कम्युनिकेशन उपकरणों का उपयोग किया जाएगा ।
बता दें कि पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में विश्व के सबसे बड़े मानवीय समागम, महाकुम्भ 2025 के दौरान प्रयागराज रेल मण्डल ने रिकार्ड 16780 ट्रेनों का संचालन कर लगभग 5 करोड़ श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य स्टेशन तक पहुंचाने का कार्य किया । रेलवे के इतिहास में पहली बार इतना जबरदस्त क्राउड मैनेजमेंट देखने को मिला है । अब इसी तर्ज पर होली ही नहीं बल्कि सभी प्रमुख त्योहारों के दौरान रेलवे काम करेगा ।
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए विशेष तैयारी
प्रयागराज रेल मण्डल के एसपीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में हुई बैठक में क्राउड मैनेजमेंट को लेकर कई जरूरी निर्णय लिये गये हैं। उन्होंने बताया कि आनंद विहार, सूरत, उधना, पटना और नई दिल्ली जैसे अधिक भीड़ वाले स्टेशनों पर अतिरिक्त वेटिंग रूम या होल्डिंग एरिया बनाने का निर्णय लिया गया है।
साथ ही त्योहारों के दौरान महाकुम्भ की तरह प्लेटफार्म पर भीड़ को नियंत्रित तरीके से भेजने, क्राउड़ मैनेजमेंट के लिए सीसीटीवी कैमरों की मदद से भीड़ के दबाव पर नजर रखने का निर्णय लिया गया है।
रेलवे के कर्मचारियों और रेलवे पुलिस के जवानों को वॉकी टाकी, अनाउंसमेट के जरिये निर्देशित करने और इसके लिए स्टेशनों पर कंट्रोल टॉवरों को अत्याधुनिक तकनीक से युक्त करने का भी निर्णय लिया गया है।
नियंत्रित तरीके से मिलेगा स्टेशन परिसर में प्रवेश
भारतीय रेलवे ने त्योहारों पर स्टेशन परिसर में किसी तरह की भगदड़ से बचने के लिए क्राउड मैनेजमेंट के विशेष प्रबंध करने की गाइड लाईन जारी की है। इसके अनुसार त्योहारों या अधिक भीड़ वाले अवसरों पर स्टेशन परिसर में केवल आरक्षित श्रेणी के यात्रियों को सीधे अलग गेट से प्रवेश दिया जाएगा । वहीं आनारक्षित या बिना टिकट वाले यात्रियों को होल्डिंग एरिया में रोक कर उनकी ट्रेन आने के समय ही प्लेटफार्म पर जाने दिया जाएगा ।
स्टेशन मास्टर भीड़ के मुताबिक टिकट जारी करने की संख्या को नियंत्रित कर सकेंगे। साथ ही रेलवे कर्मचारियों को विशेष आईड़ेंटिटी कार्ड के जरिये प्रवेश मिलेगा।
जरूरत पड़ने पर रेल कर्मचारियों के लिए विशेष यूनिफार्म भी डिजाइन करने का भी सुझाव दिया गया है। इसके अलावा रेलवे स्टेशनों पर 20 फिट और 40 फिट चौड़े फुटओवर ब्रिज बनाने का भी निर्णय लिया गया है।