सनातन धर्म में पूजा-पाठ की विशेष महत्व बताई गई है। पूजा को ईश्वर से जुड़ने का तरीका माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि अगर कोई भी शख्स पूजा पाठ करता है तो उसे सांसारिक दुखों से मुक्ति मिलती है। कई लोग पूजा-पाठ के लिए मंदिर जाते हैं तो वहीं कुछ घर पर ही पूजा करते हैं। बता दें कि कई लोगों के मन में पूजा-पाठ के दौरान विभिन्न तरह के भाव उत्पन्न होते हैं जैसे की कुछ लोगों को पूजा के दौरान नींद आने लगती है, कुछ के आंखों में आंसू आ जाते हैं, तो कुछ लोगों को ऊबासी आती है। ऐसे में कुछ लोग इसे शुभ और अशुभ मानने लगते है। तो चलिए आपको बताते हैं कि पूजा के दौरान इन सबका क्या मतलब होता है।
* पूजा के दौरान नींद आना
कई लोगों को पूजा के दौरान नींद आने लगती है। मान्यता है कि पूजा के दौरान यदि किसी व्यक्ति को नींद आती है, तो इसका साफ मतलब है कि उस व्यक्ति के मन में दो विचार पहले से उमड़ रहे हैं। यानी की यह मन में कपट भाव को दर्शाता है। जब मन में कोई बुरा भाव हो तो पूजा के दौरान नींद आती है। और इससे आपका ध्यान पूजा से भटकता है।
* पूजा के दौरान आंसू आना
अगर कोई व्यक्ति पूजा-पाठ करता है उस दौरान आंसू निकलता है, तो इसे अच्छा संकेत माना जाता है। साथ ही यदि किसी व्यक्ति की मनोकामना भगवान स्वीकार लेते हैं तो खुशी से आंसू निकलने लगते हैं। इससे यह भी संकेत मिलता है कि आपको जल्द ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
* पूजा के दौरान ऊबासी आना
कई बार पूजा करते समय लोग थकान सा महसूस करते हैं, जिससे ऊबासी आने लगती है। यदि पूजा-पाठ करने के दौरान जम्हाई आती है, तो यह नकारात्मकता का संकेत होता है। जो व्यक्ति पूजा के दौरान सोता है उसके आस-पास नेगेटिव एनर्जी मौजूद होती है।