वाराणसी। लोक आस्था के महापर्व डाला छठ पर सूर्यदेव की उपासना के लिए लाखों श्रद्धालु पवित्र नदियों के घाटों पर श्रद्धा और उत्साह के साथ अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।
काशी में दोपहर बाद से ही ग॔गा और वरुणा के तट के साथ ही विभिन्न सरोवरों पर श्रद्धालु जमा होने लगे। किसी के सिर टोकरी तो किसी के सिर परात थी। सब पहले ही जगह छेकने की कोशिश में थे। इस बार गंगा में पानी ज्यादा होने से घाटों पर जगह कम हो गई।
इन सभी श्रद्धालुओं और आगंतुकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए एनडीआरएफ की टीमें वाराणसी, गोरखपुर तथा चंदौली के लगभग सभी मुख्य घाटों पूरी तैयारी के साथ तैनात कर दी गई है।
वाराणसी में एनडीआरएफ की कुल छः टीमों को सभी संवेदनशील घाटों जैसे राजघाट, ललिता घाट, दशाश्वमेध घाट, पंचगंगा घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, केदार घाट, अस्सी घाट, सामने घाट, विश्वसुन्दरीघाट और अन्य नजदीकी घाटों पर अत्याधुनिक जीवन रक्षक उपकरणों के साथ गंगा नदी में तैनात किया गया। इसके साथ ही वाराणसी के अन्य संवेदनशील स्थानों वरुणा नदी में शास्त्री घाट, सूर्य सरोवर, बनारस रेलवे कारखाना, वाराणसी पर भी एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।
चन्दौली जनपद के मुगलसराय क्षेत्र में मनसारोवर तालाब एवं बलुआ घाट में भी एनडीआरएफ टीमों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से तैनात किया गया। इसके अतिरिक्त गोरखपुर में घाघरा नदी के राज घाट तथा इसके आसपास के अन्य भीड़ की दृष्टि से संवेदनशील घाटों पर भी एनडीआरएफ की टीमें मुस्तैदी से तैनात है Iविदित हो की वाराणसी, गोरखपुर और चंदौली जैसे जिलों में जहां छठ का पर्व प्रमुखता से मनाया जाता है वहां छठ व्रतियों और उनके परिजनों की सुरक्षा के लिया एनडीआरएफ की कुल 09 टीमें सभी जिला प्रशासन के साथ समन्वय बना कर मय उपकरणों और संसाधनों के साथ छठ पूजा के दौरान घाटों पर पूरी मुस्तैदी से तैनात है |