रेप केस में आसाराम को मिली अंतरिम जमानत, दहशत में बिटिया का परिवार

Authored By: News Corridors Desk | 30 Mar 2025, 06:07 PM
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सूरत रेप मामले में गुजरात हाईकोर्ट ने आसाराम को तीन महीने के लिए अंतरिम जमानत दे दी है। गुजरात हाईकोर्ट ने रेप के दोषी आसाराम को मेडिकल आधार पर तीन महीने यानी 30 जून तक के लिए अंतरिम जमानत बढ़ा दी है। आसाराम पर कई मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें सजा हो चुकी है। आसाराम को 3 महीने की और अंतरिम जमानत मिलने के बाद इधर, बिटिया के परिवार को अनहोनी की आशंका बनी हुई है। आसाराम के जेल से बाहर आने पर डर बढ़ गया है। बिटिया के पिता का कहना है कि आसाराम पहले से ही पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी देता था। पीड़िता के पिता का कहना है कि आसाराम ड्रामेबाज है और जेल से बाहर आने के बाद वह उनके परिवार के खिलाफ षड्यंत्र रच सकता है। 

पीड़िता का परिवार डरा

पीड़िता के पिता ने शनिवार को कहा कि आसाराम जब तक जेल में था, तब तक हमारी जीत थी। उसने 90 दिन की अंतरिम जमानत बढ़वा ली। इलाज कराने के बजाय वह इधर-उधर घूम रहा है। कोर्ट का फैसला निराशाजनक है और उनके परिवार की सुरक्षा खतरे में है। पीड़िता के पिता का कहना है कि आसाराम डॉक्टर से मिलकर झूठी रिपोर्ट बनवा लेता है, उसे कोई बीमारी नहीं है। पीड़िता के परिवार वालों को उम्मीद थी कि आसाराम को आगे अंतरिम बेल नहीं मिलेगी, इसका इलाज जेल के अंदर ही होना चाहिए था। 

कोर्ट इसके ऊपर मेहरबान

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बता दें कि पीड़िता शाहजहांपुर की छिंदवाड़ा के गुरुकुल स्कूल में पढ़ती थी। पीड़िता के पिता ने 19 अगस्त 2013 को दिल्ली में जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी, जोकि बाद में जोधपुर ट्रांसफर हो गई थी। इस मामले में आसाराम को अप्रैल 2018 में जोधपुर कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। पीड़िता के पिता का कहना है कि आसाराम इससे पहले 7 दिन के पैरोल पर बाहर आया था। इसके बाद 5 दिन के पैरोल पर जेल से बाहर आया। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को 31 मार्च तक अंतरिम जमानत दी थी। 

पैसे वाले का बोलबाला

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पीड़िता के पिता ने वकील से दो बार कहा कि आसाराम कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन कर रहा है, पर वे टालते रहे। उन्होंने अपील करने के लिए सुप्रीम कोर्ट भेज दिया। वहां से हाईकोर्ट भेजा गया। इसी में समय निकल गया। वकील ने समय से अपील की होती तो कुछ सुनवाई अवश्य होती। पिता ने कहा कि मेरे वकील भी मेरे अनुसार पैरवी नहीं करते वो भी हमसे झूठ बोलते हैं। वकील बहानेबाजी करता रहा। अब हम बहुत निराश और हताश हैं।