उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक आयोजित करने जा रही है। यह बैठक सुबह 11 बजे से शुरू होगी और इसमें कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा और निर्णय लिए जाने की संभावना है। खासतौर पर अग्निवीरों को लेकर सरकार बड़ी घोषणाएं कर सकती है, जिससे युवाओं को राहत और रोजगार के नए अवसर मिल सकते हैं।
अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में आरक्षण देने का प्रस्ताव
आज की कैबिनेट बैठक में अग्निवीरों को उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षण देने का बड़ा प्रस्ताव आ सकता है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार 10 से 20 प्रतिशत तक आरक्षण देने के नियम में संशोधन पर विचार कर रही है। यदि यह प्रस्ताव पास होता है, तो यह अग्निवीरों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिससे उन्हें स्थायी रोजगार की दिशा में मजबूती मिलेगी।
प्रशिक्षण और आयु में भी मिल सकती है छूट
केवल आरक्षण ही नहीं, बल्कि आरक्षी नागरिक पुलिस और पीएसी (PAC) में भर्ती के दौरान अग्निवीरों को प्रशिक्षण व आयु सीमा में छूट देने का भी प्रस्ताव लाया जा सकता है। इससे वे अन्य उम्मीदवारों की तुलना में प्रतियोगिता में बेहतर स्थिति में होंगे और उनकी सैन्य पृष्ठभूमि का लाभ उन्हें मिल सकेगा।
कौन हैं अग्निवीर?
‘अग्निवीर’ भारत सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ के तहत सेना में भर्ती किए गए वे युवा हैं, जो भारतीय थल सेना, नौसेना और वायुसेना में अल्पकालिक सेवा के लिए चुने जाते हैं। यह योजना जून 2022 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य है सेना को युवा, चुस्त-दुरुस्त और तकनीकी रूप से दक्ष बनाना।
अग्निपथ योजना की प्रमुख बातें
सेवा अवधि: अग्निवीरों की सेवा अवधि 4 साल की होती है, जिसमें 6 महीने की ट्रेनिंग और 3.5 साल की सक्रिय सेवा शामिल होती है।
आयु सीमा: भर्ती के समय उम्मीदवार की उम्र 17.5 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
स्थायी नियुक्ति: सेवा के अंत में लगभग 25% अग्निवीरों को प्रदर्शन के आधार पर सेना में स्थायी नियुक्ति मिलती है।
सेवा निधि: शेष 75% अग्निवीरों को सेवा समाप्ति पर लगभग 11–12 लाख रुपये की सेवा निधि दी जाती है, जो टैक्स मुक्त होती है।