क्या Nepal की तरह भारत में भी होगा आंदोलन ? ये क्या बोल गए सपा प्रमुख Akhilesh Yadav ?

Authored By: News Corridors Desk | 13 Sep 2025, 11:31 AM
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समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर सरकार और चुनाव आयोग पर तीखा प्रहार किया है। नेपाल में चल रहे हिंसक प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि "वोट की डकैती" जारी रही तो भारत की सड़कें भी आग उगलेंगी, सपा मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में अखिलेश ने कहा, "पड़ोसी देश की तरह जनता यहां भी सड़क पर उतर सकती है" – ये शब्द राजनीतिक गलियारों में आग की तरह फैल गए हैं।

अखिलेश यादव ने नेपाल की आंतरिक अशांति को एक सबक के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा, "वहां सिर्फ एक पहलू नहीं, बल्कि गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई जैसे कई सवाल हैं जो जनता को सड़कों पर ला रहे हैं"। युवा पीढ़ी, जिसे 'जन जेड' कहा जा रहा है, सोशल मीडिया पर अपनी आवाज बुलंद कर रही है। "सोशल मीडिया की दुनिया में कोई सीमा नहीं – वो लोग खुद बता रहे हैं कि क्या हो रहा है!" अखिलेश ने जोर देकर कहा कि भारत सरकार की विदेश नीति "फेल" साबित हुई है, और सीमाओं पर शांति पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।

नेपाल में 8 सितंबर से शुरू हुए प्रदर्शन, जो सोशल मीडिया बैन के खिलाफ थे, अब भ्रष्टाचार के खिलाफ तूफान बन चुके हैं। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा, संसद में आग लग गई, और 50 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं। अखिलेश का संदेश साफ नजर आया "एक देश की आग दूसरे को न लगे, इसके लिए चुनाव निष्पक्ष हों"

चुनाव आयोग पर सपा का तंज

"चुनाव आयोग सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर चलेगा, बीजेपी का जुगाड़ आयोग नहीं!" – ये लाइन अखिलेश के मुंह से निकली तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालियां गूंज उठीं। उन्होंने वोट चोरी के आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग को सुनिश्चित करना चाहिए कि "वोट की चोरी कहीं न हो", वरना परिणाम भयावह होंगे। उत्तर प्रदेश के कुंडारकी, रामपुर और मीरापुर जैसे चुनावों का हवाला देते हुए उन्होंने बीजेपी पर *"रीवॉल्वर की ताकत"  से वोट रोकने का इल्जाम लगाया।

भ्रष्टाचार, किडनैपिंग और "डिजिटल अरेस्ट" का राज
अखिलेश ने यूपी की हालत पर सीधी चोट की: "करप्शन, किडनैपिंग और डिजिटल अरेस्ट में यूपी नंबर वन है!" पंचायती राज में "60% कमीशन का खेल"* चल रहा है, और सीएम आवास के बाहर "जहर खाकर मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा"। बीजेपी नेताओं को "खोखले" बताते हुए कहा, "उनके पास कोई काम नहीं, सिर्फ खोखली बातें!"

सिख समाज को सलाम

प्रेस वार्ता में अखिलेश एक नई छवि में नजर आए – लाल पगड़ी बांधे! उन्होंने सिख समाज की तारीफ की: "सिखों की बहादुरी के चर्चे सदियों पुराने हैं, अपनी मेहनत से उन्होंने अपना स्थान बनाया है"। वादा किया कि सपा सत्ता में आई तो सिख समुदाय को वो सम्मान मिलेगा जो हकदार है। "लाल पगड़ी खुशी का प्रतीक है – और वो खुशी लौटने वाली है, क्योंकि समाजवादी सरकार बनने जा रही!"

ये बयान न सिर्फ विपक्ष की रणनीति का हिस्सा है, बल्कि जनता के गुस्से का आईना भी। "वोट की डकैती रुके, वरना सड़कें बोलेंगी!" – अखिलेश यादव का ये बयान  2025 के चुनावी मौसम को गरमा देगा। समाजवादी पार्टी का संदेश साफ: निष्पक्ष चुनाव, या फिर नेपाल जैसी क्रांति होगी। सपा की इस प्रेस वार्ता ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।