अतीक मामले में योगी की तारीफ पड़ी भारी,अखिलेश ने विधायक पूजा पाल को पार्टी से निकाला

Authored By: News Corridors Desk | 14 Aug 2025, 04:50 PM
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समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल पर राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग का आरोप लगा लेकिन पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की । इसके बाद फूलपुर उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा, फिर भी सपा ने कोई कार्रवाई नहीं की । परन्तु जैसे ही पूजा पाल ने विधानसभा में गैंगस्टर अतीक अहमद पर कार्रवाई मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की, अखिलेश यादव इसे बर्दाश्त नहीं कर पाए । उन्होंने बिना देर किए पूजा पाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया । 

तो क्या योगी आदित्यनाथ की तारीफ करना पूजा पाल को भारी पड़ गया, या फिर उन्हे अतीक अहमद के सफाए को सही ठहराने की सजा दी गई ? यह एक ऐसा सवाल है जो लखनऊ के राजनीतिक हलकों से लेकर मीडिया तक में पूछा जा रहा है । 

विधानसभा में पूजा पाल ने क्या कहा ?

विधानसभा में ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर चल रही चर्चा के दौरान पूजा पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की । उन्होंने कहा, “सब जानते हैं कि मेरे पति की हत्या किसने की। मैं मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे न्याय दिलाया और मेरी बात तब सुनी जब किसी ने नहीं सुनी। मुख्यमंत्री ने अपराध और अपराधी के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति लाकर मुझ जैसी कई महिलाओं को न्याय दिलाया, जिसके कारण अतीक अहमद जैसे अपराधी मारे गए।"

पूजा पाल ने आगे कहा, "आज पूरा प्रदेश मुख्यमंत्री की ओर भरोसे से देखता है। मेरे पति के हत्यारे अतीक अहमद को मुख्यमंत्री ने मिट्टी में मिलाने का काम किया। मैंने तब आवाज़ उठाई जब मैंने देखा कि कोई भी अतीक अहमद जैसे अपराधियों के खिलाफ लड़ना नहीं चाहता। जब मैं इस लड़ाई से थकने लगी, तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे न्याय दिलाया।”

अपने बयान पर कायम हूं - पूजा पाल 

पार्टी से निष्कासन के बाद पूजा पाल ने भावुक होकर कहा, “मैं प्रयागराज की उन महिलाओं की आवाज हूं, जो अतीक अहमद जैसे अपराधियों से परेशान थीं। मुझे विधानसभा में जनता ने भेजा है, पार्टी ने नहीं। मैं अपने बयान पर आज भी कायम हूं। पहले मैं एक पीड़ित पत्नी हूं, फिर विधायक । मेरे पति की हत्या के बाद जब कोई साथ नहीं आया, तब योगी सरकार ने मेरा साथ दिया।”

पूजा पाल ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी पिछड़ों की बात करती है, लेकिन खुद पीड़ितों की आवाज नहीं सुनती। मैं खुद एक पिछड़े वर्ग की महिला हूं । मेरे साथ अन्याय हुआ और मैंने उसके खिलाफ आवाज उठाई । बता दें कि पूजा पाल के पति राजू पाल भी विधायक थे । वर्ष 2005 में वह प्रयागराज शहर पश्चिम से बहुजन समाज पार्टी से विधायक चुने गये थे । इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई । हत्या का आरोप गैंगस्टर अतीक अहमद पर लगा । पति की हत्या के बाद पूजा पाल 2007 में बहुजन समाज पार्टी से विधायक चुनी गईं और 2022 में समाजवादी पार्टी ने उन्हें कौशांबी जिले के चायल से टिकट दिया ।  

सपा ने लगाया पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप 

समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव के नाम से एक पत्र जारी किया है, जिसमें पूजा पाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता का दोषी बताया गया। पार्टी की ओर से कहा गया है कि इस तरह के बयानों से पार्टी को नुकसान हुआ है, इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है। 

पूजा पाल पर पहले भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगे थे । पिछले दिनों हुए राज्यसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी के जिन सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी उसमें पूजा पाल के शामिल होने की बात भी कही गई । इसके अलावा पूजा पाल पर प्रयागराज के फूलपुर सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान विरोधी दल बीजेपी के प्रत्याशी दीपक पटेल के समर्थन में वोट मांगने का भी आरोप लगा था ।  

लेकिन उस वक्त अखिलेश यादव ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी । लेकिन जब उन्होंने अतीक अहमद जैसे खूंखार गैंगस्टर को खत्म करने के लिए योगी आदित्यनाथ की तारीफ की तो अखिलेश यादव ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने में जरा भी देर नहीं लगाई ।