यह कोई साधारण शादी समारोह नहीं था... यह जयपुर की एक भव्य शादी थी । फाइव स्टार होटल फेयर माउंट में रौशनी से नहाया सुसज्जित मंडप और सजे-धजे मेहमान... शहनाइयों की मधुर ध्वनि के बीच नाचना-गाना भी चल रहा था...इसी बीच शाही अंदाज में दूल्हे और दुल्हन ने एंट्री ली ।
मंत्रोचार के साथ कार्यक्रम आगे बढ़ा... अब वक्त आ चुका था वर-वधू के फेरे लेने का । सबकी नजरें मंडप पर टिकीं थी । पंडित जी ने जैसे ही मंत्र पढ़ना शुरू किया, तभी कुछ ऐसा हुआ जिसे देख कर वहां मौजूद लोग सन्न रह गए !अचानक सब कुछ थम गया ! फेरे लेने की बजाए दूल्हा मंडप से भाग खड़ा हुआ ! दुल्हन हक्की-बक्की देखती रह गई ! कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले सादी वर्दी में कुछ अधिकारी वहां आ धमके ! पहले तो किसी को कुछ समझ में नहीं आया, लेकिन जल्द ही रहस्य पर से पर्दा उठ गया ।
ED की एंट्री से ठीक पहले मंडप से फरार दूल्हा कौन ?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने जैसे ही एंट्री मारी, दुल्हा तो भाग निकला लेकिन तीन लोग उसके हत्थे चढ़ गए । मंडप से भागने वाले दुल्हा कोई और नहीं बल्कि सौरभ आहूजा था जो इस वक्त देश के सबसे चर्चित घोटालों में से एक महादेव बेटिंग एप केस में वांछित आरोपी है ।
ED को खुफिया जानकारी मिली थी कि सौरभ चोरी-छिपे शादी करने जयपुर आया है। बताया जाता है कि ईडी का प्लान उसे फेरों के बाद गिरफ्तार करने का था ताकि शादी में हंगामा न हो । लेकिन ऐन मौके पर सौरभ आहूजा इसकी भनक लग गई और वह शादी के मंडप से रफूचक्कर हो गया । हालांकि ईडी ने मौके से तीन अन्य संदिग्धों को हिरासत में ले लिया और उन्हे पूछताछ के लिए रायपुर ले गई ।
करोड़ों के सट्टे और सौरभ की काली कहानी
सौरभ आहूजा वही शख्स है जिसने दुबई में हुई महादेव एप से जुड़े मुख्य आरोपी की शादी में चार्टर प्लेन बुक करने में अहम भूमिका निभाई थी । महादेव बेटिंग एप देश में सबसे बड़े अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म में से एक है । ED के अनुसार, इस नेटवर्क ने लगभग 6,000 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की है । सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल इस मामले के मुख्य आरोपी हैं जिन्हे पहले ही दुबई में गिरफ्तार किया जा चुका है और अब उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चल रही है । सौरभ आहूजा भी इस नेटवर्क का एक प्रमुख सदस्य बताया जाता है ।