हैदराबाद के कांचा गाचीबोवली क्षेत्र में हो रही जंगलों की कटाई को लेकर चल रहे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए तत्काल प्रभाव से कटाई पर रोक लगा दी है। यह निर्णय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियोज, छात्रों के विरोध प्रदर्शन और पर्यावरण कार्यकर्ताओं की आवाज़ के बाद आया है।
छात्रों के विरोध के समर्थन में वायरल हुए वीडियो
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा 400 एकड़ में फैले जंगल क्षेत्र को बचाने के लिए लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उनका आरोप है कि सरकार इस जंगल को काटकर वहां किसी बड़े प्रोजेक्ट की नींव रखने जा रही है। सोशल मीडिया पर इन विरोध प्रदर्शनों के कई वीडियो वायरल हुए, जिससे देशभर में इस मुद्दे पर चर्चा तेज़ हो गई।
दीया मिर्जा पर लगे फर्जी वीडियो साझा करने के आरोप
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक ट्वीट के माध्यम से आरोप लगाया कि अभिनेत्री दीया मिर्जा ने छात्रों के समर्थन में फर्जी AI-जेनरेटेड फोटोज और वीडियोज साझा किए हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस मुद्दे को गलत जानकारी के जरिए भड़काया जा रहा है।
दीया मिर्जा ने इन आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और तेलंगाना सरकार को सचेत किया कि वह किसी भी तरह के बयान देने से पहले तथ्यों की जांच कर ले। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर लिखा,
"तेलंगाना के सीएम ने कल एक ट्वीट किया। उन्होंने दावा किया कि मैंने AI-जेनरेटेड वीडियो शेयर किए। ये पूरी तरह से झूठ है। मैंने ऐसा कोई पोस्ट किया ही नहीं जो फर्जी या AI-जेनरेटेड हो। मीडिया और सरकार को अपने फैक्ट्स चेक कर लेने चाहिए।”
जनता और सेलेब्स का बढ़ता समर्थन
दीया मिर्जा के अलावा कई अन्य सेलेब्रिटीज और पर्यावरण प्रेमियों ने इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की है और छात्रों के साथ खड़े हुए हैं। जंगलों की कटाई को लेकर आम जनता का गुस्सा भी लगातार सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है।
फिलहाल यह मामला तेलंगाना उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट दोनों में विचाराधीन है। सुप्रीम कोर्ट ने जब तक आगे का आदेश नहीं आता, तब तक जंगलों की कटाई पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। यह फैसला पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।