उत्तर प्रदेश में बेटियों के साथ दरिंदगी करने वाले दहशत में हैं । जिस कदर पुलिस एक्शन में दिख रही है, उससे यह स्पष्ट होता है कि योगी सरकार बच्चों और महिलाओं के खिलाफ अपराध पर जीरो टॉलरेंस की नीति से जरा भी समझौता करने को तैयार नहीं हैं । यूपी पुलिस बच्चियो-महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के पीछे हाथ धोकर पड़ी है । आलम यह है कि पुलिस जरूरत पड़ने पर ऐसे दरिंदों पर गोलियां चलाने में भी कोताही नहीं बरत रही है ।
ताजा मामला कानपुर का है जहां गुरुवार तड़के एक बच्ची के गुनहगार को एनकाउंटर के बाद पुलिस ने दबोच लिया । पुलिस ने आरोपी गिरफ्तारी के लिए जब जाल बिछाया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी । इसके बाद पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग की गई जिसमें आरोपी शिवम सचान उर्फ कल्लू ज़ख्मी हो गया । उसे फिलहाल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
मासूम बच्ची के साथ की थी दरिंदगी

घटना मंगलवार की शाम की है । 6 साल की मासूम बच्ची अपने घर से सामान लेने के लिए निकली थी । लेकिन जब वह काफी देर बाद तक घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की । इस दौरान आरोपी से भी उन्होने पूछा । पहले तो उसने जानकारी नहीं होने की बात कही, फिर उसे तलाशते का नाटक करते हुए परिवार के लोगों को घटनास्थल पर ले गया जहां बच्ची गंभीर रुप से जख्मी हालत में मिली ।
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पहले पुलिस को भी गुमराह करने की कोशिश की लेकिन सख्ती से पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कहबल कर लिया । पुलिस ने बताया कि बच्ची के साथ बलात्कार के बाद शिवम सचान घर लौट आया, अपने कपड़े बदले और फिर लड़की की तलाश में पीड़िता के परिवार के साथ शामिल हो गया ।
इटावा में तीन दरिंदों का एनकाउंटर

पिछले दिनों इटावा में भी बेहद शर्मनाक घटना घटी । एक बच्ची के साथ तीन आरोपियों ने दरिंदगी की । तब वो शायद सोच रहे थे कि पुलिस उन्हे नहीं खोज पाएगी । लेकिन जल्द ही उनकी गलतफहमी दूर हो गई । पुलिस ने इन्हें भी ज्यादा देर का वक्त घूमने का मौका नहीं दिया । अगले ही दिन इन पुलिस आरोपियों तक जा पहुंची । पुलिस को देखते ही उन लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी । पुलिस की जवाबी फायरिंग में तीनों आरोपियों को गोली लगी और इसके बाद उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया ।
आरोप है कि इन वहशी-दरिंदों ने नाबालिग को बाइक पर बिठाया फिर अपने साथ यमुना के बीहड़ में लेकर गए और उसके साथ दरिंदगी की । इस दौरान आरोपी के दोस्त उसका साथ देते रहे ।
लखनऊ में एनकाउंटर में मारा गया एक बलात्कारी

लखनऊ में पिछले हफ्ते महज 3 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी दीपक वर्मा को पुलिस ने 24 घंटों के भीतर ढूंढ़ निकाला । सीसीटीवी से मिली तस्वीरों से पहचान के बाद जब उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया गया तो आरोपी ने पुलिस टीम पर ही फायर कर दिया । पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह मारा गया । आरोपी दीपक पर पुलिस ने एक लाख रुपए का इनाम भी रखा था ।
ज़रा 4 जून को हुए इस वाकये को भी जान लीजिए । उन्नाव का रहने वाला दंपति अपनी बच्ची के साथ आलमबाग मेट्रो स्टेशन के नीचे सो रहा था । ढाई बजे रात को आरोपी बच्ची को उठा ले गया । थोड़ी दूर पर उसके साथ दरिंदगी करने के बाद उसे मरा हुआ समझ कर फरार हो गया । लेकिन आसपास लगे सीसीटीवी में पूरा घटनाक्रम कैद हो गया और कानून के शिकंजे से दूर भागने की वह कोशिश करता उससे पहले ही पुलिस ने घेर लिया ।
अपराध पर जीरो टॉलरेंस
उत्तर प्रदेश में अपराध पर लगाम कसने के लिए योगी सरकार शुरू से ही सख्त तेवर अपनाती रही है । बीते आठ बरस में यूपी पुलिस छोटे अपराधियों के साथ-साथ कई बड़े माफियाओं पर भी कड़ा एक्शन लिया । यूपी पुलिस की कार्रवाइयों का अगर रिकॉर्ड देखें तो 2017 से 2025 तक यूपी पुलिस 12 हज़ार से ज्यादा एनकाउंटर कर चुकी है ।
इनमें अपराधी या तो मारे गए या फिर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है । इसमें रेप से जुड़े गंभीर मामलों के आरोपी भी शामिल हैं । ये आंकड़े बताते हैं कि किस तरह यूपी की पुलिस महिलाओं और बच्चियों से जुड़े अपराध को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है । पुलिस के एक्शन में इसकी स्पष्ट झलक मिलती है ।