संसद का मॉनसून सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध के बीच ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तारीख और समय तय कर दिया गया है । 28 और 29 जुलाई को इसपर चर्चा होगी । ऑपरेशन सिंदूर पर सोमवार यानी 28 जुलाई को पहले लोकसभा और मंगलवार यानि 29 जुलाई को राज्यसभा में चर्चा होगी । दोनों ही सदनों में इसके लिए 16-16 घंटे का समय निर्धारित किया गया है ।
विपक्ष ने बदली रणनीति
विपक्ष चाहता था कि "ऑपरेशन सिंदूर" पर चर्चा 24 जुलाई से ही शुरू हो जाए, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरे की वजह से अपनी रणनीति बदल दी । विपक्ष का कहना है कि वह सदन में सिर्फ चर्चा नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जवाब भी चाहता है । पीएम मोदी इस समय ब्रिटेन और मालदीव की विदेश यात्रा पर हैं । इसलिए विपक्ष ने अपनी रणनीति एक हफ्ते के लिए बदल दी ।
विपक्ष पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी दावे को लेकर सरकार की घेराबंदी करने की तैयारी में है । इसलिए मुद्दों पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सदन में मौजूदगी के लिए लगातार सरकार पर दबाव बना रहा है ।
सरकार की तैयारी, रक्षा मंत्रालय एक्टिव
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए सरकार पूरी तैयारी के साथ सदन में उतरना चाहती है । इसलिए वहां भी तैयारी चल रही है । इसी कड़ी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने CDS जनरल अनिल चौहान,रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और थल, वायु और नौसेना प्रमुखों के साथ बैठकें कीं ।
इन बैठकों में ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी जानकारी और सरकार की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई। सरकार संसद इसे विजय दिवस के रूप में पेश करना चाहती है ।
संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी मौजूद रहने की संभावना है ।