लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर 14 जून 2025 को दक्षिण अफ्रीका ने क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय लिख डाला । वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 के फाइनल में प्रोटियाज़ टीम ने ऑस्ट्रेलिया को रोमांचक मुकाबले में 5 विकेट से शिकस्त दी और खिताब अपने नाम कर डाला । 27 साल बाद यह मौका आया है जब दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने कोई ICC ट्रॉफी जीती है ।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफिका के सामने जीत के लिए 282 रनों का लक्ष्य रखा था । शानदार शतक लगाने वाले मार्करम और कप्तान टेंबा बावुमा के बीच हुई नाबाद 143 रनों की साझेदारी तीसरे दिन ही इस जीत की नींव रख दी थी ।
ऑस्ट्रेलिया की बढ़त, फिर भी साउथ अफ्रीका का जलवा
फाइनल मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में सिर्फ 212 रन बनाए । जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम का प्रदर्शन भी काफी लचर रहा और पूरी टीम सिर्फ 138 रनों पर ही सिमट गई और 74 रनों से पिछड़ गई।
साउथ अफ्रीका की ओर से डेविड बेडिंघम ने सबसे ज्यादा 45 रन बनाए जबकि कप्तान टेम्बा बावुमा ने चार चौके और एक छक्के की मदद से 84 गेंदों पर 36 रनों की पारी खेली । ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने छह विकेट और मिचेल स्टार्क ने दो विकेट लिए ।
दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रिकी गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को 207 रनों पर समेट दिया और बहुत बड़ी बढ़त लेने से रोक दिया । इस तरह से मैच और चैंपियनशिप जीतने के लिए दक्षिण अफ्रिका को 282 रनों का लक्ष्य मिला । हालांकि यह लक्ष्य टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में आसान नहीं माना जाता है , परन्तु एडेन मार्करम और कप्तान टेम्बा बावुमा ने मिलकर मैच का रुख पलट दिया ।
बावुमा-मार्करम की ऐतिहासिक साझेदारी

चौथी पारी में दक्षिण अफ्रिका की शुरुआत अच्छी नहीं रही । मात्र 70 रनों पर 2 विकेट गिर गए । लेकिन इसके बाद तीसरे विकेट के लिए 147 रनों की साझेदारी ने साउथ अफ्रीका को मुश्किल से बाहर निकाला।
एडेन मार्करम ने 207 गेंदों पर 136 रन बनाए, जिसमें 14 चौके शामिल रहे। यह उनके टेस्ट करियर का आठवां शतक और किसी भी ICC इवेंट के फाइनल में साउथ अफ्रीका की तरफ से पहला शतक था। कप्तान टेम्बा बावुमा ने अपनी हैमस्ट्रिंग इंजरी के बावजूद जुझारू बल्लेबाज़ी की और 134 गेंदों पर 66 रनों की अहम पारी खेली।
जब जीत के लिए महज 6 रन बचे थे, तब मार्करम आउट हुए, लेकिन तब तक मैच पूरी तरह से साउथ अफ्रीका की गिरफ्त में आ चुका था । आखिर में डेविड बेडिघम और ट्रिस्टन स्टब्स ने जीत की औपचारिकता पूरी की।
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की खराब शुरुआत
इससे पहले दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही । दक्षिण अफ्रिकी गेंदबाजों ने शुरुआत से से ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर शिकंजा कस दिया । एक समय तो सिर्फ 73 रनों पर ऑस्ट्रेलिया के 7 विकट गिर चुके थे । लेकिन इसके बाद एलेक्स कैरी (43 रन) और मिचेल स्टार्क (58 रन)* ने पारी को संभाला । उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 207 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, पर यह साउथ अफ्रीका को रोकने के लिए काफी नहीं था।
यह साउथ अफ्रीका का दूसरा ICC खिताब है। इससे पहले उन्होंने 1998 में विल्स इंटरनेशनल कप जीता था। इसके बाद ICC टूर्नामेंट्स में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और कई बार तो वो खिताब के पास जाकर फिसल गए ।
रबाडा की घातक गेंदबाजी
मार्करम के साथ -साथ जिस खिलाड़ी ने दक्षिण अफिका की जीत में बेहद अहम भूमिका निभाई वो है फास्ट बॉलर कैगिसो रबाडा । रबाडा ने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 9 विकेट चटकाकर कंगारू बल्लेबाजों पर पूरे मैच के दौरान दबाव बनाए रखा । गौरतलब है कि पिछले दिनों डोप टेस्ट में विफल होने के कारण आईपीएल में नहीं खेल सके ।
माको जानसेन और लुंगी एंगिडी ने भी रबाडा का भरपूर साथ दिया । बाएं हाथ के गेंदबाज जानसेन ने 3 विकेट चटका कर ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को 207 रनों पर में अहम भूमिका निभाई । वहीं लुंगी एंगिडी ने स्मिथ सहित तीन अहम विकेट चटकाए ।