लगातार बारिश की वजह से नदियों में आए उफान ने उत्तर भारत के कई इलाकों में तबाही मचा दी है । पंजाब भी इनमें से एक है । यहां के कई गांव जलमग्न हैं। लोग बेघर होकर राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं । फसले तबाह हो चुकी हैं । बाढ़ ने एक झटके में किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया । पंजाब में बाढ़ के चलते अब तक कम से कम 30 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के उफान के कारण 10 से अधिक जिले जलमग्न हैं । 1 सितंबर तक 1,300 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका था । यहां से 6,582 लोगों को 122 राहत शिविरों में पहुंचाया गया । सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िलों में पठानकोट, गुरदासपुर, फाज़िल्का, कपूरथला, तरन तारन, फिरोज़पुर, होशियारपुर और अमृतसर शामिल हैं । राज्य सरकार ने सभी 23 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर दिया है।
शुभमन गिल ने लिखा भावुक संदेश
पंजाब में आई बाढ़ से मची तबाही से क्रिकेटर शुभमन गिल काफी दुखी दिख रहे हैं । गिल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संवेदना जताते हुए लिखा, ' पंजाब को बाढ़ से तबाह होते देख दिल टूट गया। हम फिर उठ खड़े होंगे, मेरी दुआएं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हैं, मैं अपने लोगों के साथ मज़बूती से खड़ा हूं।'
शुभमन गिल ने आगे लिखा, 'पंजाब पानी में डूबा है, लेकिन हमारा हौसला कभी नहीं डूबेगा। हम अपने लोगों के साथ खड़े हैं और मिलकर फिर से संभलेंगे।' बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कैप्टन शुभमन गिल पंजाब के रहने वाले हैं ।
दिलजीत दोसांझ, एमी विर्क और सोनम बाजवा ने बढ़ाया मदद का हाथ
पंजाबी अभिनेता दिलजीत दोसांझ, एमी विर्क और सोनम बाजवा समेत कई सितारे पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं । इन फिल्म स्टार्स में से किसी ने गांव गोद लेकर तो किसी ने दूसरे तरीके से आर्थिक सहयोग देकर राहत कार्यों में मदद की है ।
एक्टर और सिंगर दिलजीत दोसांझ ने एनजीओ और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर गुरदासपुर और अमृतसर के 10 गांव गोद लिए हैं। उनकी टीम इन इलाकों में ज़रूरी सामान जैसे खाना, पानी और दवाइयाँ पहुंचाने पर काम कर रही है।
एमी विर्क ने बाढ़ से प्रभावित 200 परिवारों की मदद करने का वादा किया है। उन्होंने पंजाब के लोगों की हालत देखकर अपना दर्द भी जाहिर किया। इंस्टाग्राम पोस्ट में ‘क़िस्मत’ फेम एक्टर ने लिखा,'अपने लोगों को बिना छत के देखना मुझे तोड़ गया है। थोड़ी-सी कोशिश में हम 200 घरों को गोद ले रहे हैं, ताकि उन लोगों को सहारा मिल सके जिन्होंने सबकुछ खो दिया है। यह सिर्फ आश्रय देने की बात नहीं है, बल्कि उन्हें नई शुरुआत के लिए उम्मीद, सम्मान और ताकत देने की कोशिश है।'