राजेश खन्ना...बॉलीवुड के पहले ‘सुपरस्टार’ ! आज वो हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी ज़िंदगी और करियर से जुड़ी कहानियां आज भी लोगों की जुबां पर रहती हैं। इन कहानियों में से एक वो अनकही दास्तान भी है, जो अक्सर पीछे छूट जाती है । ये कहानी है एक ऐसे रिश्ते की जो सुपरस्टार राजेश खन्ना की चमक-दमक के पीछे छिपा हुआ था...जो अक्सर सुर्खियों में तो आई, लेकिन कभी पूरी नहीं सुनाई गई ।
ये कहानी है अनीता आडवाणी की ...जिन्होंने इसपर खुलकर बात की है । उनका राजेश खन्ना के साथ बेहद गहरा रिश्ता था , लेकिन उसे कभी किसी ने मंजूर नहीं किया । इस रिश्ते में प्यार है, संघर्ष है और हक की भी बात है जो बकौल अनिता उन्हे कभी मिला नहीं ।
हर दिन उनके साथ जिया लेकिन ...
हाल ही में एक पॉडकास्ट में अनीता आडवाणी ने खुलकर अपने और राजेश खन्ना के रिश्ते की सच्चाई बताई। वो कई सालों तक राजेश खन्ना के साथ रहीं और इस रिश्ते को सिर्फ 'साथ रहना' नहीं, बल्कि 'एक तरह की शादी' जैसा बताया। अनिता का कहना है कि उन्होंने अच्छे-बुरे हर दौर में राजेश खन्ना का साथ दिया, उनकी देखभाल की, और हर दिन उनके साथ जिया ।
लेकिन जब राजेश खन्ना नहीं रहे, तो अनीता को न सिर्फ उनकी संपत्ति से दूर रखा गया, बल्कि उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं होने दिया गया । अनीता ने कहा, “अगर मैंने साथ निभाया है, तो मेरा भी कुछ हक बनता है। लेकिन मुझे मेरे इस रिश्ते की कोई पहचान नहीं दी गई।”
खन्ना परिवार ने कभी नहीं स्वीकारा रिश्ता
राजेश खन्ना के परिवार की बात करें तो उन्होंने कभी अनीता और राजेश खन्ना के रिश्ते को मान्यता नहीं दी। राजेश खन्ना की शादी डिंपल कपाड़िया से हुई थी, जिनसे उन्हें दो बेटियां हैं जिनका नाम ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना है ।
अनीता आडवाणी ने बताया कि डिंपल कपाड़िया ने 1982 में राजेश को छोड़ दिया था और तब से लगभग 30 साल तक दोनों के बीच कोई संपर्क नहीं था। तलाक भी नहीं हुआ, जिससे राजेश खन्ना जीवन के बीच में फंसे रहे।अनीता ने कहा कि उन्होंने सालों तक राजेश खन्ना का साथ दिया, लेकिन उनकी संपत्ति में उन्हें कोई हिस्सा नहीं मिला। जब प्रॉपर्टी विवाद हुआ, तब राजेश खन्ना होश में भी नहीं थे और परिवार ने सब कुछ अपने नियंत्रण में ले लिया। ये मामला अब भी कोर्ट में लंबित है।
डिंपल और उनके परिवार पर टिप्पणी करते हुए अनीता ने कहा,“कोई भी मरने के बाद अपनी संपत्ति साथ नहीं ले जाता। फिर भी ऐसा लालच क्यों? हर रिश्ता सम्मान मांगता है। 'कर्मा' आपका हिसाब जरूर करेगा।”
राजेश खन्ना के आखिरी सालों में जब वो फिल्मों से दूर और सेहत से कमजोर हो चुके थे, तब अनीता उनके बेहद करीब थीं । बुरे दिनों में अनीता ने न सिर्फ उनका साथ दिया बल्कि उनकी देखभाल भी की । लेकिन जब वे दुनिया से गए, तो वो अकेला पड़ गईं ।
अनिता कहती हैं कि, उन्होंने राजेश खन्ना के साथ एक लंबा वक्त बिताया है, ऐसे में उन्हें उनकी संपत्ति में भी हिस्सा मिलना चाहिए। परन्तु ऐसा नहीं हुआ । उन्हें न सिर्फ वसीयत से दूर रखा गया, बल्कि पूरे मामले में कोई कानूनी पहचान नहीं दी गई। यह उनके लिए भावनात्मक और निजी झटका था।
राजेश खन्ना की चमक और अकेलापन
राजेश खन्ना का फिल्मी सफर चमक-दमक से भरा हुआ था । उनकी शानदार सफलता के हमराही तो बहुत से लोग थे लेकिन उनके निजी जीवन में अकेलापन था । खासकर तब जबसे उनका सुपरस्टारडम ढ़लान की ओर बढ़ने लगा । 60 और 70 के दशक में वे लगातार हिट फिल्में दे रहे थे,और उनकी एक झलक पाने के लिए लोग उनके घर के बाहर घंटों इंतज़ार करते थे।
लेकिन बाद के सालों में उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली और अकेले रहने लगे। इस दौरान उनका साथ दिया अनीता आडवाणी ने जो बचपन से ही राजेश खन्ना की दीवानी थी ।
अनीता आडवाणी और राजेश खन्ना का यह रिश्ता आज भी बॉलीवुड के सबसे विवादित निजी रिश्तों में से एक माना जाता है।