क्रिकेट इतिहास में कम ही ऐसे मौके आते हैं जब कोई खिलाड़ी सिर्फ एक गेंद खेले और वो पूरी कहानी बदल दे। रिंकू सिंह ने एशिया कप 2023 के फाइनल में यही कर दिखाया। उन्होंने न सिर्फ टूर्नामेंट की अपनी पहली गेंद खेली, बल्कि उसी पर चौका लगाकर भारत को पाकिस्तान के खिलाफ रोमांचक जीत दिलाई और एशिया कप की ट्रॉफी नौवीं बार भारत की झोली में डाली।
यह फाइनल न सिर्फ रिंकू सिंह का टूर्नामेंट में पहला मैच था, र्दिक पंड्या के चोटिल होने के बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिला, और उन्होंने उस एक मौके को इतिहास में बदल दिया।
कुलदीप, तिलक और रिंकू की तिकड़ी ने दिलाया भारत को ऐतिहासिक फाइनल में जीत
मैच में पहले कुलदीप यादव की फिरकी का जादू चला और पाकिस्तान की पूरी टीम 146 रन पर ढेर हो गई। इसके बाद भारत ने लक्ष्य का पीछा शुरू किया, लेकिन शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने शुरुआती 5 ओवर में सिर्फ 20 रन के भीतर ही तीन विकेट गंवा दिए थे, जिससे मुकाबला कांटे का बन गया।
लेकिन तिलक वर्मा ने मोर्चा संभालते हुए 53 गेंदों में नाबाद 69 रन बनाए। संजू सैमसन (24) और शिवम दुबे (33) ने भी अहम साझेदारी की। भारत धीरे-धीरे लक्ष्य की ओर बढ़ता गया।
फिर आया आखिरी ओवर और चौथी गेंद- रिंकू सिंह के बल्ले से निकला एक जोरदार चौका और भारत ने 147 रन का पीछा करते हुए पाकिस्तान को मात दी।
जीत के बाद रिंकू सिंह ने क्या कहा? जानिए इस ऐतिहासिक पल पर उनका बयान
मैच के बाद रिंकू ने कहा, "एक ही गेंद खेली और वही सबसे अहम थी। सभी को पता है कि मैं फिनिशर हूं। टीम जीत गई, बस इससे बड़ी खुशी कोई नहीं हो सकती।"
इस जीत के साथ भारत ने नौवीं बार एशिया कप का खिताब अपने नाम किया और रिंकू सिंह बन गए इस ऐतिहासिक फाइनल के सबसे चमकते सितारे।