झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन से देशभर में शोक की लहर है । झारखंड की राजनीति का सबसे प्रमुख चेहरा रहे 'गुरुजी' के निधन के बाद झारखंड में तीन दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है । इसके साथ ही विधानसभा के मानसून सत्र को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है । बता दें कि शिबू सोरेन का सोमवार की सुबह 81 साल की उम्र में निधन हो गया । लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली ।
शिबू सोरेन के सम्मान में राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित
शिबू सोरेन राज्यसभा के सदस्य थे । उनके निधन पर राज्यसभा में मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई और इसके बाद उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी । राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने आसन से शिबू सोरेन को वरिष्ठ और विशिष्ट आदिवासी नेता बताया और उनके सम्मान में सदन की कार्यवाही 5 अगस्त को दिन में 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा की ।
उपसभापति ने कहा कि शिबू सोरेन एक वरिष्ठ और विशिष्ट आदिवासी नेता थे । उन्होंने आगे कहा कि आम लोगों के बीच 'दिशोम गुरु' और 'गुरुजी' के नाम से लोकप्रिय शिबू सोरेन आदिवासी समुदाय के अधिकारों और उत्थान के आंदोलन में एक प्रमुख स्वर रहे ।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि झारखंड राज्य की स्थापना के आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही और वे इस नवगठित राज्य के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक बने । उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन के निधन से देश ने एक अनुभवी सांसद, आदिवासी अधिकारों के प्रबल पैरोकार और एक अत्यंत सम्मानित जनप्रतिनिधि खो दिया है।
शिबू सोरेन के निधन पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया गहरा दुःख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए इसे बड़ी क्षति बताया है । गुरु जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि, “जनता, विशेषकर आदिवासी समुदायों के कल्याण के लिए किये उनके कामों को सदैव याद रखा जाएगा,”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा दु:ख जताया है । गुरुजी के निधन की खबर मिलने के बाद उन्होंने उनके पुत्र और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर शोक-संवेदना व्यक्त की ।
'गुरुजी ' को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि , 'शिबू सोरेन एक जमीनी नेता थे, जिन्होंने जनसेवा के क्षेत्र में निरंतर समर्पण के साथ अपनी पहचान बनाई । वह विशेष रूप से आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों के सशक्तिकरण के प्रति अत्यंत समर्पित थे । उनके निधन से गहरा दुःख हुआ है । मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और चाहने वालों के साथ हैं । मैंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर शोक व्यक्त किया है ।

देश के कई बड़े नेताओं ने भी शिबू सोरेन के निधन पर गहरा दु:ख जताया है और उनके योगदान को याद किया है ।