कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज बिहार के दौरे पर हैं। उनका पहला पड़ाव बेगूसराय था , यहां उन्होनें ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ नामक पदयात्रा में हिस्सा लिया। इस यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस के युवा नेता और जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार कर रहे थे। कन्हैया का यह गृह जिला है और उन्होंने इस आंदोलन की शुरुआत युवाओं के पलायन और बेरोजगारी के मुद्दे पर की है।
यहां राहुल गांधी पैदल ही सुभाष चौक से लेकर हर हर महादेव चौक तक यात्रा में शामिल हुए। हजारों की संख्या में लोग उनके स्वागत में जुटे हुए थे। जगह-जगह राहुल गांधी को फूल बरसा कर उनका स्वागत किया। यह पदयात्रा कन्हैया के नेतृत्व में की गई थी। वहीं राहुल गांधी को देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ लगी हुई थी। यात्रा में शामिल होने के बाद राहुल गांधी बेगूसराय से पटना के लिए रवाना हो गए।
युवाओं के अधिकारों की लड़ाई में राहुल की भागीदारी
इस पदयात्रा का उद्देश्य बिहार में रोजगार की कमी के कारण हो रहे व्यापक पलायन के मुद्दे को राष्ट्रीय मंच देना। राहुल गांधी इस पदयात्रा में शामिल होकर इस आंदोलन के प्रति अपनी एकजुटता और युवाओं की लड़ाई में उनका साथ दर्शाएंगे। यह बिहार विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की सक्रियता का भी संकेत है।
राहुल गांधी ने इस पदयात्रा में भाग लेने वालों से आग्रह किया है कि वे सफेद टी-शर्ट पहनकर आएं। सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा,
“आप भी सफेद टी-शर्ट पहनकर आएं, सवाल पूछें, अपनी आवाज़ बुलंद करें। अपने अधिकारों के लिए सरकार पर दबाव डालें, उसे हटाएं।”
इस अपील को एक सांकेतिक आंदोलन के रूप में देखा जा रहा है।
पटना में 'संविधान सुरक्षा सम्मेलन' में भी लेंगे हिस्सा
बेगूसराय में पदयात्रा में भाग लेने के बाद राहुल गांधी दोपहर में पटना लौटेंगे। वहां वह श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन लोकतांत्रिक मूल्यों, संविधान की रक्षा और अल्पसंख्यकों, युवाओं व कमजोर वर्गों के अधिकारों पर केंद्रित रहेगा।
पटना में राहुल गांधी सदाकत आश्रम में कांग्रेस नेताओं के साथ एक बैठक भी करेंगे, जिसमें आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा होने की संभावना है। इसके बाद वह शाम 4:10 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
राहुल गांधी का यह बिहार दौरा ऐसे समय हो रहा है जब राज्य में विपक्षी एकता और युवा मुद्दों को लेकर माहौल गर्म है। कांग्रेस की कोशिश है कि वह विपक्षी गठबंधन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए युवाओं और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे।