प्रेमानंद महाराज की हंसी लौटी: भक्तों का इंतजार खत्म, 'राधे-राधे' की गूंज!

Authored By: News Corridors Desk | 11 Oct 2025, 04:18 PM
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वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत खराब होने से उनके लाखों भक्त चिंतित थे। उनकी किडनी की बीमारी ने सभी को परेशान कर रखा था। पिछले हफ्ते आश्रम ने उनकी दैनिक पदयात्रा बंद करने की खबर दी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में महाराज का चेहरा लाल और आंखें सूजी हुई दिखीं, जिसे देख भक्त रो पड़े। लेकिन आज, कई दिनों बाद, संत प्रेमानंद की हंसी लौट आई। यह देख भक्त बोले, "बस, इस पल का ही इंतजार था। राधे-राधे!"

बीमारी की खबर से चिंता

प्रेमानंद महाराज लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं। 2006 में डॉक्टरों ने कहा था कि उनकी दोनों किडनियां खराब हैं और ज्यादा समय नहीं बचा। फिर भी, उनकी भक्ति और सकारात्मक सोच ने चमत्कार दिखाया। वे नियमित डायलिसिस पर हैं, लेकिन हमेशा मुस्कुराते हैं। हाल ही में उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। आश्रम ने 6 अक्टूबर को पदयात्रा बंद करने का ऐलान किया। 

हालांकि, इन सबके बीच संत प्रेमानंद महाराज की तबीयत ठीक होने की खबर सामने आई जिससे से भक्तों ने राहत की सांस ली। उनके इंस्टाग्राम अकाउंट @bhajanmarg_official पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें महाराज पहले की तरह ठहाके मारकर हंसते दिखे। किडनी फेल होने के कारण उनकी पदयात्रा बंद थी, जिससे भक्त चिंतित थे। वीडियो में एक भक्त ने नौकरी में छुट्टी के लिए झूठ बोलने की बात कही, तो महाराज खिलखिलाए। उन्होंने कहा, "कलियुग में झूठ पाप है, सांसारिक कामों के लिए नहीं बोलना चाहिए।" भक्त बोले, "इस हंसी ने सारे दुख मिटा दिए।". इसके अलावा आश्रम में एक वार्तालाप के दौरान संत प्रेमानंद ने कहा, "प्रेमानंद तो जाएगा, लेकिन राधा का नाम रहेगा।" 

प्रेमानंद का जीवन

महाराज का जन्म कानपुर में हुआ। 11 साल की उम्र में घर छोड़कर वे वृंदावन आ गए और राधा-कृष्ण भक्ति में डूब गए। आज लाखों लोग उनके सत्संग से प्रेरणा लेते हैं। उनकी सादगी और भक्ति ही उनकी ताकत है।