पीएम मोदी के 'पंक्चर' बयान पर सियासी घमासान

Authored By: News Corridors Desk | 15 Apr 2025, 02:08 PM
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 14 अप्रैल 2025 को हरियाणा के हिसार में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने वक्फ संपत्ति के इस्तेमाल पर बात की। उन्होंने कहा, "अगर वक्फ की जमीन का सही इस्तेमाल हुआ होता, तो मेरे मुस्लिम नौजवानों को साइकिल का पंक्चर बनाकर जिंदगी नहीं गुजारनी पड़ती।

पीएम के इस बयान ने तुरंत सुर्खियां बटोर लीं और विपक्ष ने इसे एक समुदाय विशेष को निशाना बनाने वाला करार दिया है।

अब सवाल ये है कि क्या पीएम का ये बयान वाकई में एक समुदाय को टारगेट करने वाला था, या फिर ये सिर्फ वक्फ संपत्ति के दुरुपयोग पर एक टिप्पणी थी?  

कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने पीएम के बयान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा- "मुझे हैरानी है कि जिस पीएम ने युवाओं को पकौड़े तलने की सलाह दी थी, वही आज पंक्चर बनाने पर मजाक उड़ा रहे हैं। क्या शाहनवाज़ हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी पंक्चर बनाते हैं? 

इस देश का मुसलमान सिर्फ पंक्चर नहीं बनाता, बल्कि अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देता है..." इमरान ने ये भी कहा कि ये बयान बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती पर मर्यादा के खिलाफ है।

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वहीं AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी पीएम पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "पिछले 11 साल में आपने गरीब हिंदुओं और मुसलमानों के लिए क्या किया? मंदिरों की लाखों एकड़ जमीन का इस्तेमाल गरीब हिंदुओं के लिए क्यों नहीं हुआ?

समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आज़मी ने भी सवाल उठाया कि अगर वक्फ संपत्ति से मुस्लिम गरीब रहते हैं, तो मंदिरों की जमीन से हिंदुओं की गरीबी क्यों नहीं मिटी?

ये साफ है कि पीएम का बयान अब सियासी रंग ले चुका है। 

सोशल मीडिया पर भी ये मुद्दा छाया हुआ है। कुछ यूजर्स पीएम के बयान को हल्के-फुल्के अंदाज में ले रहे हैं, तो कुछ इसे गैर-जिम्मेदाराना बता रहे हैं। बीजेपी समर्थकों का कहना है कि विपक्ष इसे तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है।

तो ये सब देखकर लग रहा है की ये विवाद अभी थमने वाला नहीं है। सवाल ये है कि क्या ये सिर्फ एक बयान है, या फिर इसके पीछे गहरी सियासी रणनीति छिपी है?