एयर इंडिया विमान हादसे पर बोले पुलिस कमिश्नर, 'किसी के बचने की उम्मीद नहीं'

Authored By: News Corridors Desk | 12 Jun 2025, 06:29 PM
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गुरुवार दोपहर अहमदाबाद के मेघाणीनगर इलाके में एक बड़ा विमान हादसा हुआ, जिसने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद नियंत्रण खो बैठी और सीधे पास की एक मेडिकल कॉलेज की बहुमंजिला इमारत से टकरा गई।

प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों देखा हाल

स्थानीय लोगों के मुताबिक, विमान काफी नीची उड़ान भर रहा था और अचानक वह पांच मंजिला इमारतों से जा टकराया। टक्कर के साथ ही जोरदार धमाका हुआ और इमारतों में आग लग गई। चारों ओर धुआं फैल गया और अफरा-तफरी मच गई। आसपास की कई इमारतों को भी हादसे से नुकसान पहुंचा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ऐसा दृश्य उन्होंने केवल फिल्मों में देखा था।

विमान में 242 लोग थे सवार

बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें क्रू मेंबर भी शामिल हैं। दुर्घटना के वक्त दोपहर करीब 2 बजे का समय था। चूंकि यह क्षेत्र सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट है, इसलिए माना जा रहा है कि विमान टेकऑफ के ठीक बाद ही किसी तकनीकी गड़बड़ी या अन्य कारण से नियंत्रण खो बैठा।

अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जी. एस. मलिक ने हादसे पर चिंता जताते हुए कहा कि घटनास्थल की भयावहता को देखकर किसी के बचने की संभावना बेहद कम लग रही है। उन्होंने बताया कि कुछ घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है, लेकिन उनकी हालत बेहद गंभीर है। दर्जनों लोगों की मौत की आशंका भी जताई जा रही है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, हालात बेहद चुनौतीपूर्ण

कमिश्नर मलिक ने बताया कि राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन मलबे और आग की स्थिति के कारण राहत कार्यों में काफी मुश्किलें आ रही हैं। दमकल विभाग, NDRF और पुलिस टीमें मौके पर मौजूद हैं और पूरी तत्परता से प्रयास कर रही हैं कि अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।

विमानन सुरक्षा पर उठे सवाल

इस हादसे ने विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि टेकऑफ के इतने कम समय में विमान कैसे नियंत्रण से बाहर हुआ और क्यों वह रिहायशी इलाके की ओर मुड़ गया। DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) और एयर इंडिया की ओर से जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर तकनीकी गड़बड़ी से इंकार नहीं किया जा रहा।