काशी की हर छोटी -बड़ी घटना पर प्रधानमंत्री मोदी की नज़र रहती है। वो देश चलाते हैं तो इसका मतलब क़तई ये ना समझें कि अपने संसदीय क्षेत्र की ख़बर नहीं लेते। इसकी बानगी तब मिली जब 11 अप्रैल को काशी एयरपोर्ट पहुँचते ही उन्होंने पहला सवाल गैंगरेप पीड़िता के इंसाफ़ से जुड़ा कर दिया। आपको याद होगा 23 वहशी दरिंदों ने सात दिनों तक एक छात्रा के साथ दुष्कर्म करते रहे। पीएम मोदी ने शहर के आला अधिकारियों से रेप केस को लेकर जानकारी ली और दो टूक कह दिया- कोई गुनहगार बचना नहीं चाहिए।
आखिर पूरी घटना क्या थी
काशी की 18 साल की लड़की ग्रेजुएशन की छात्रा। परिवार में आर्थिक परेशानी देख लड़की ने एक स्पा में नौकरी की, वो 29 मार्च को भी काम पर गई थी लेकिन लौटी नहीं। एक दिन, दो दिन इस तरह करते एक हफ़्ता गुजर गया। 4 अप्रैल को जब वो वापस घर लौटी तो उसकी हालत कुछ भी बोलने लायक़ नहीं थी।माँ ने बार-बार पूछा तो उसने जो कहानी सुनाई, उसे सुनकर माँ-पिता और पूरा परिवार सदमे में आ गया। कुछ लोगों ने वही पुराना रटी रटाई सलाह भी दी कि मामले को रफ़ा-दफा कर दो, लेकिन पीड़िता की माँ ने इंसाफ़ की लड़ाई लड़ने का फ़ैसला किया। वो थाने गई और उसने एफआईआर दर्ज कराई।
पीड़िता की मां ने FIR में क्या कहा
18 साल की युवती ग्रेजुएशन की छात्रा है. वह 5 भाई-बहन हैं। वह पढ़ाई करने के साथ ही एक होटल से जुड़े स्पा सेंटर में भी काम करती है। उसकी बेटी 29 मार्च को काम पर निकली थी, फिर 4 अप्रैल को घर पहुंची। मेरी बेटी कई बार अपने काम के सिलसिले में एक-दो दिन घर से बाहर रहती थी। लेकिन, इस बार 7 दिन तक नहीं लौटी। इससे हम लोग परेशान हो गए।
4 अप्रैल को जब बेटी घर आई, तो बहुत डरी हुई थी। हमने जब उसे समझाकर पूछा तो उसने पूरी कहानी बताई. बेटी ने बताया कि 29 मार्च को काम खत्म करने के बाद शाम को जब वह घर लौट रही थी। तभी रास्ते में उसका दोस्त राज विश्वकर्मा मिल गया। वह उसे घुमाने ले गया। इस दौरान राज उसको लेकर एक होटल में रुका। उसने होटल में मेरी बेटी के साथ रेप किया और उसका वीडियो बना लिया।
ये तो इस लड़की के साथ दरिंदगी की शुरुआत भर थी। राज विश्वकर्मा के दिमाग़ में कुछ और ही साज़िश चल रही थी। इस लड़की को पता ही नहीं था कि वो क्या साज़िश बुन रहा है। एफआईआर में माँ ने पूरी कहानी बयां की है। एक ही शहर में अलग-अलग इलाक़ों और होटलों में उसकी बेटी को ले जाया गया। ये सारे इलाक़े काशी के बेहद व्यस्ततम इलाक़े माने जाते हैं। सवाल ये है कि क्या किसी को शक नहीं हुआ। क्या किसी होटल वाले ने पुलिस तक कोई सूचना नहीं दी। क्या एक बड़ा नेक्सस है जो इस वारदात के पीछे काम कर रहा था। ये दबंग लोग कौन हैं? इनका धंधा क्या है और अब योगी की पुलिस इन सबके साथ क्या करेगी। ये भी बताएँगे लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि एफआईआर में आगे पीड़िता की माँ ने क्या कहा ?
30 मार्च को जब बेटी अपने घर आने लगी तो राज के जानने वाले समीर, आयुष सिंह समेत कुछ और लड़के होटल में आ गए. उन्होंने मेरी बेटी को होटल में ही रोक लिया। फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर सभी ने उसके साथ रेप किया.मेरी बेटी का मोबाइल भी उन लोगों ने छीन लिया था। इसलिए वह किसी को फोन भी नहीं कर पा रही थी। पूरे दिन उन लोगों ने बेटी को उसी होटल में रखा। अगले दिन उन लड़कों ने अपने अन्य दोस्तों सोहेल, अनमोल, दानिश, साजिद और जाहिर को भी बुला लिया।
इन लोगों ने बेटी को नशीला पदार्थ सुंघा दिया. फिर गाड़ी में बैठाकर मलदहिया स्थित कांटिनेंटल कैफे ले गए। वहां बेहोशी की हालत में बेटी से रेप किया। दो दिन तक मलदहिया के आस-पास के होटलों में साजिद के दोस्तों इमरान, दानिश, सोहेल, शोएब, जैब और अन्य ने अलग-अलग जगह बेटी के साथ रेप किया। ये लोग मेरी बेटी को शहर से काफी दूर कहीं ले गए थे। वह बेटी को घर नहीं आने दे रहे थे। उसके कई वीडियो भी बनाए.वे लोग लगातार धमकी दे रहे थे कि अगर किसी को बताओगी, तो सारे वीडियो वायरल कर देंगे।
एक लड़की के साथ 7 दिनों में जो कुछ हुआ वो पूरे सिस्टम पर सवाल है।आख़िर कैसे एक शहर में इतनी बड़ी वारदात की किसी को कोई भनक तक नहीं लगी। अब 20 से ज़्यादा गुनहगारों का फाइल तैयार हो रही है। जानकारी के मुताबिक, इस मामले में 23 आरोपियों में से 12 के नाम पता हैं और 11 लोग अज्ञात हैं। पुलिस ने अब तक 6 लोगों को हिरासत में ले लिया है। बाक़ी की गिरफ़्तारी के लिए धरपकड़ जारी है। काशी में अभी एक लड़की सामने आई तो एक साथ इतने दरिंदों के चेहरे से नक़ाब हट गई। क्या ये गैंग ऐसे किसी बड़े गिरोह को चला रहा है, जिसमें लड़कियों को डरा-धमकाकर उनका यौन शोषण किया जा रहा है।
काशी गैंगरेप पर PM मोदी का सख़्त एक्शन
पीएम मोदी देश की बेटी के खिलाफ हुए इस घटना को लेकर अधिकारीयों की क्लास लगा दी, उन्होंने कड़े निर्देश दिए हैं और कहा की एक भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा पूरे 23 के 23 दोषियों को सलाखों के पिछे डालो। आपको बताते हैं आखिर पूरी घटना क्या थी, जिसको लेकर प्रधानमंत्री काशी की धरती पर उतरते हीं अधिकारीयों को तलब किया।
काशी की 18 साल की लड़की ग्रेजुएशन की छात्रा परिवार में आर्थिक परेशानी देख लड़की ने एक स्पा में नौकरी की। वो 29 मार्च को भी काम पर गई थी लेकिन लौटी नहीं। एक दिन, दो दिन इस तरह करते एक हफ़्ता गुजर गया। 4 अप्रैल को जब वो वापस घर लौटी तो उसकी हालत कुछ भी बोलने लायक़ नहीं थी। माँ ने बार-बार पूछा तो उसने जो कहानी सुनाई, उसे सुनकर माँ-पिता और पूरा परिवार सदमे में आ गया। कुछ लोगों ने वही पुराना रटी रटाई सलाह भी दी कि मामले को रफ़ा-दफा कर दो। लेकिन पीड़िता की माँ ने इंसाफ़ की लड़ाई लड़ने का फ़ैसला किया। वो थाने गई और उसने एफआईआर दर्ज कराई।
काशी की इस घटना की चर्चा पूरे देश में है और अब तो खुद प्रधानमंत्री भी फूल एक्शन मोड में आ गए हैं और सख्त हिदायत दे दी है की दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। वहीं देश के लोगें की भी एक ही माँग है कि आरोपियों की गिरफ़्तारी हो, सख़्त सज़ा मिले ताकि कोई और ऐसी हिमाक़त ना कर सके।
प्रधानमंत्री मोदी के सख़्त निर्देश के बाद अब एक बार फिर काशी गैंगरेप केस में पुलिस की टीमें एक्टिव हो गई हैं। माना जा रहा है कि बाक़ी बचे आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा क्योंकि इस पूरे मामले की रिपोर्ट अब पीएम को भी देनी होगी। माना जा रहा है कि इस मामले में चार्जशीट भी जल्द होगी और केस की सुनवाई भी समय से पूरी की जाएगी। आख़िर पीएम मोदी क्यों इस मामले से बेहद आहत और ग़ुस्से में हैं।