प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की धरती से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल सुरक्षाबलों पर नहीं, बल्कि भारत की माताओं और बहनों के सम्मान पर हमला था। उन्होंने इसे एक गंभीर दुस्साहस बताया और कहा कि भारत इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में बताया कि भारतीय सेना ने इस आतंकी हमले का तीव्र और निर्णायक जवाब दिया है। उन्होंने दावा किया कि भारत ने आतंकवादियों के उन ठिकानों को तबाह कर दिया है, जिनकी पाकिस्तान ने कल्पना भी नहीं की थी। प्रधानमंत्री ने सेना की बहादुरी और तत्परता की जमकर सराहना की।
ऑपरेशन सिंदूर: बेटियों के सम्मान की रक्षा का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने "ऑपरेशन सिंदूर" को सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की बेटियों के आत्मसम्मान और गौरव की रक्षा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी तरह की बर्बरता या आतंक को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक रणनीति अपना चुका है। उन्होंने स्पष्ट कहा, "अगर अब कोई आतंकी हमला हुआ, तो दुश्मन को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।" उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भारत पहले ही तीन बार पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर सबक सिखा चुका है।
तीन बार घर में घुसकर मारा है: पाकिस्तान को चेतावनी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को सीधा निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान का इतिहास ही आतंकवाद का पोषण रहा है। 1947 से लेकर बांग्लादेश युद्ध तक, पाकिस्तानी सेना ने बर्बरता और नरसंहार का जो इतिहास रचा, वह आज भी दुनिया नहीं भूली है।" उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के पास दुनिया को देने के लिए कुछ भी सकारात्मक नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को ललकारते हुए कहा, "हमने तीन बार तुम्हें घर में घुसकर मारा है। अब भी समय है, सुधर जाओ। भारत अब चुप बैठने वाला नहीं है।" उन्होंने दोहराया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार है।