बिहार में पीएम का विपक्ष पर जोरदार हमला-"मंत्री जेल में रहकर सरकार चलाएंगे,ये कैसे मंजूर हो सकता है?”

Authored By: News Corridors Desk | 22 Aug 2025, 03:43 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के गया में भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष पर बड़ा हमला बोला । यहां विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई छोटा कर्मचारी हिरासत में जाता है तो वह तुरंत सस्पेंड हो जाता है, लेकिन मंत्री और मुख्यमंत्री जेल में रहकर भी सत्ता का सुख भोगते हैं । प्रधानमंत्री ने लोगों से पूछा कि,क्या यह जायज है ? क्या जेल में रहने वाला कोई मंत्री या मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी पर बना रह सकता है?

इस बयान के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ संकेत दे दिया कि भ्रष्टाचार के मुद्दे को बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में प्रमुखता से उठाएगी । प्रधानमंत्री का यह बयान उस संविधान संशोधन बिल से जुड़ा है, जिसे संसद के मॉनसून सत्र में गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में पेश किया है ।

130वां संविधान संशोधन विधेयक, 2025 में यह प्रस्ताव है कि यदि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्र या किसी राज्य का कोई कोई मंत्री, किसी ऐसे गंभीर अपराध के आरोप में 30 दिनों से अधिक हिरासत में रहता है जिसमें कम से कम 5 साल की सजा का प्रवधान है, तो उसे पद छोड़ना पड़ेगा । 


पीएम मोदी ने कहा कि यह कानून हर नेता पर समान रूप से लागू होगा । चाहे वह प्रधानमंत्री हो, मुख्यमंत्री या कैबिनेट मंत्री,  गिरफ्तारी के 30 दिन के अंदर जमानत नहीं मिली, तो 31वें दिन कुर्सी छोड़नी होगी । 

"हमारी सरकार बेदाग...घोटालों पर टिकी हैं कांग्रेस-आरजेडी की राजनीति" 

प्रधानमंत्री ने सभा में कहा, “हमने हाल ही में देखा कि कैसे कुछ नेता जेल में रहते हुए फाइलों पर साइन कर रहे थे, आदेश निकाल रहे थे । ये लोकतंत्र और संविधान की मर्यादा का अपमान है।” उन्होंने कहा कि सामान्य कर्मचारी की तो तुरंत नौकरी चली जाती है, लेकिन नेता जेल से भी सरकार चला लें, यह कैसे चल सकता है?

पीएम मोदी ने दो टूक कहा कि अब समय आ गया है कि हर जनप्रतिनिधि को जवाबदेह बनाया जाए। उन्होंने यह भी जोड़ा, “हमारी सरकार पर इतने साल में भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं लगा है। लेकिन कांग्रेस और आरजेडी जैसे दलों की पूरी राजनीति ही घोटालों पर टिकी है।”

इस नए कानून के विरोध पर पीएम मोदी ने विपक्ष को घेरते हुए कहा, “ये कांग्रेस और आरजेडी के लोग इस कानून का विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि अगर कानून पास हो गया, तो जेल जाने पर उनकी कुर्सी भी चली जाएगी।” उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाले लोग आज जनहित के कानूनों का विरोध कर रहे हैं, और ये दर्शाता है कि उन्हें सिर्फ अपनी सत्ता की चिंता है, जनता की नहीं।

‘लालटेन राज’ की फिर दिलाई याद

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में बिहार के 'लालटेन राज' यानी पुराने आरजेडी शासन की भी याद दिलाई । उन्होंने कहा कि, एक दौर ऐसा भी था जब बिहार माओवाद और लाल आतंक से जूझ रहा था। शाम के बाद बाहर निकलना मुश्किल था। लेकिन आज एनडीए की सरकार में बिहार तेज़ी से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि बीते कुछ वर्षों में बिहार में ढांचागत विकास, कानून-व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में बड़े सुधार हुए हैं।

अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने जनता से अपील की कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई में साथ खड़े हों । उन्होंने कहा, “देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि अब भ्रष्टाचारियों के दिन लद चुके हैं। अब अगर कोई जेल जाएगा, तो उसकी कुर्सी भी जाएगी।”

रैली से पहले पीएम मोदी ने गया में करीब 13,000 करोड़ रुपये की लागत वाली योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया । इन योजनाओं में बिजली, सड़क, शहरी विकास, स्वास्थ्य और जल आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।