पीएम का आह्वान:'ऑपरेशन सिंदूर' में जनभागीदारी जरूरी, विदेशी छोड़ देशी वस्तुओं का करें इस्तेमाल

Authored By: News Corridors Desk | 27 May 2025, 02:25 PM
news-banner
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का उल्लेख करते हुए देशवासियों से आत्मनिर्भरता की दिशा में निर्णायक कदम उठाने की अपील की । उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' सैन्यबल से नहीं जनबल से सफल होगा । 

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं है, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की भी जिम्मेदारी है और सभी लोगों की भागीदारी से ही इसकी सफलता सुनिश्चित हो सकती है ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा जा रहा, बल्कि यह आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मोर्चों पर भी लड़ा जा रहा है। हर वह वस्तु जो हम विदेशों से मंगाते हैं, वह हमारी अर्थव्यवस्था को कमजोर बनाती है और दुश्मनों को ताकत देती है।

विदेशी वस्तुओं से दूरी, ‘मेड इन इंडिया’ को प्राथमिकता

प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से विदेशी वस्तुओं के बढ़ते उपयोग का जिक्र करते हुए देशवासियों से कहा कि अपने घरों में इस्तेमाल होने वाली उन वस्तुओं की लिस्ट बनाएं जो विदेशों से आती है और कोशिश करें कि भविष्य में जहां तक संभव हो देसी सामानों की ही इस्तेमाल करें । 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम बड़ी मात्रा में हेयरपिन से लेकर टूथपिक तक विदेशी इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि हमारी जरूरत की 90 प्रतिशत से अधिक और अच्छी चीजें देश में ही उपलब्ध हैं । हमें उनका इस्तेामल करना चाहिए क्योंकि यदि देश को आगे बढ़ाना है, तो हमें आत्मनिर्भर होना ही पड़ेगा । 

लिए 'वोकल फॉर लोकल' पर फोकस करना ही होगा

अपने दो दिवसीय गुजरात दोरे के सिलसिले में गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए  प्रधानमंत्री ने व्यापारियों से भी आह्वान किया कि वे लाभ के लालच में विदेशी उत्पादों की बिक्री न करें । प्रधानमंत्री उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह से त्योहारों में इस्तेमाल होने वाले रंग और पिचकारी से लेकर भगवान गणेश की मूर्तियां भी विदेशों से आ रही हैं । 

पीएम मोदी ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा, "मैं यह नहीं कह रहा कि आपके पास जो विदेशी सामान हैं, उन्हें फेंक दें, लेकिन भविष्य में जब भी नया उत्पाद खरीदें, तो पहले 'मेड इन इंडिया' पर गौर करें ।" प्रधानमंत्री ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य हासिल करने के लिए 'वोकल फॉर लोकल' पर फोकस करना ही होगा । 

'ये प्रॉक्सी वॉर नहीं, अब खुला युद्ध है'

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन जब बार-बार हमारे धैर्य की परीक्षा ली जाए, तो उचित उत्तर देना ज़रूरी हो जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को प्रशिक्षित कर भारत भेजता है और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाता है । 6 मई के बाद जो हुआ, उसे हम प्रॉक्सी वॉर नहीं कह सकते । हमारे सैनिकों ने आतंकियों के नौ ठिकानों को मात्र 22 मिनट में नेस्तनाबूद कर दिया और इस बार सब कुछ कैमरे के सामने हुआ, ताकि किसी को कोई संदेह न रहे । उन्होने कहा कि अब हमें सबूत नहीं देने पड़ते, बल्कि उधर से दिए जाते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकियों के शवों को स्टेट ऑनर दिया गया, ताबूत पर पाकिस्तानी झंडा लपेटा गया और सलामी दी गई । ऐसे में इसे छद्म युद्ध कहना भूल होगी । यह एक पूर्ण रूप से योजनाबद्ध युद्ध है और इसका जवाब भी उसी तरह दिया जाएगा।