कुछ दिन पवन सिंह की पत्नी स्वाति सिंह ने अपनी ससुराल पहुंचकर हाई वोल्टेज ड्रामा और इमोशन पेश किया था। पवन सिंह पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का आरोप लगाया था। उसे इमोशनल अत्याचार करार देते हुए पवन सिंह सफाई देने सामने आये। पवन सिंह ने पत्नी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ज्योति सिंह ने जो उनकी हालत की है उससे अब सुलह संभव नहीं है। पवन सिंह ने यह भी कहा कि स्वाति को उनके लखनऊ घर में घुसने से किसी ने नहीं रोका। मेंटेंनेंस के लिए स्वाति का पवन से तीन साल से मुकदमा चल रहा है। पवन सिंह ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है।
तीन साल से कोर्ट में मामला, उड़ाई गई इज्जत की धज्जियां
जिस तरह से स्वाति ने उनका मजाक बनाया है, उससे लोग उनपर हंस रहे हैं। फेसबुक पर लाइव आकर स्वाति ने आरोप लगाया था कि उन्हें लखनऊ के उनके ससुराल के घर में घुसने नहीं दिया जा रहा है और पवन सिंह ने उन्हें रोकने के लिए पुलिस भेज दी। स्वाति का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। इस घटना के बाद पवन सिंह ने आखिरकार चुप्पी तोड़ते हुए खुलकर इस मामले पर बात करते हुए कहा, कि अब ज्योति से सुलह संभव नहीं है। अब जो अपनापन दिखाया जा रहा है, वह चुनाव से पहले क्यों नहीं दिखा? उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी इज्जत की धज्जियां उड़ाई गईं। साथ ही उन्होंने राजनितिक एंगल पर क्या कहा ये इस वीडियो मे पूरा बताएंगे।
विवाद में जुड़ा राजनीति का एंगल
पवन सिंह ने इस विवाद को लेकर राजनीति का एंगल भी जोड़ा, और कहा कि अब वे अमित शाह, जे.पी. नड्डा, धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और उपेंद्र कुशवाहा जैसे बड़े नेताओं से मिल चुके हैं, तो अचानक ऐसा अपनापन क्यों? इस पूरे मामले ने न सिर्फ उनके निजी रिश्तों को बल्कि, उनकी राजनीतिक छवि को भी हिला कर रख दिया है।
कुछ लोग सिर्फ़ मज़ा ले रहे हैं
उनके और ज्योति सिंह के बीच तलाक का केस चल रहा है, और मेंटेनेंस का मामला भी कोर्ट में लंबित है। पवन सिंह के इन बयानों के बाद सोशल मीडिया पर ‘वाह रे अपनापन!’ शब्द तेजी से वायरल हो रहा है।
तो आप क्या सोचते हैं- क्या ज्योति सिंह का यह अचानक दिखाया गया अपनापन सचमुच भावनाओं का इजहार है, या फिर इसमें कहीं राजनीतिक रंग छुपा हुआ है? क्या पवन सिंह के बड़े नेताओं से मिलने के बाद यह विवाद और भी बढ़ा है? आप किस पक्ष में हैं- पवन सिंह की बातों को सच मानते हैं या ज्योति सिंह के हक़ में?