केला का नाम लेते ही एक ऐसे फल की तस्वीर जहन में घूमती है जो हमारे देश में हर जगह मिल जाता है। लेकिन देश में एक बड़े रेल स्टेशन पर केले की बिक्री पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। जी, पटना जंक्शन पर अब केले की बिक्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है। रेलवे प्रशासन ने यह कदम केले के छिलकों से प्लेटफॉर्म और स्टेशन के अंदर बहौत ज्यादा गंदगी फैलती है। लिहाजा सफाई रखना मुश्किल हो जाता है और यात्रियों को भी परेशानी होती है। साथ ही, इस वजह से स्वच्छ भारत मिशन के मानकों पर भी असर पड़ रहा था। इसलिए रेलवे ने इस तरह की गंदगी फैलाने वाले फलों की बिक्री पर रोक लगा दी है।
अब सिर्फ 12 फलों की मिलेगी अनुमति
रेलवे ने साफ-साफ नियम बना दिए हैं कि अब पटना जंक्शन पर केवल 12 फलों की ही बिक्री होगी। ये फल ऐसे हैं जिनके छिलके कम गंदगी फैलाते हैं या जिन्हें छिलके सहित आसानी से खाया जा सकता है। इन फलों में सेब, अंगूर, ककड़ी, अमरुद, खीरा, अनार, अनानास, खजूर, पपीता (कटा हुआ और साबुत), संतरा और आम शामिल हैं।
साफ-सफाई के लिए कड़े नियम और सख्त कार्रवाई
रेलवे ने फल बेचने वालों को साफ-सुथरे तरीके से काम करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने फल विक्रेताओं को नियंत्रित दामों की लिस्ट भी दी है ताकि कोई मनमानी न कर सके। अगर कोई भी विक्रेता नियम तोड़ेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यात्रियों से भी अपील
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से भी गुजारिश की है कि वे स्टेशन परिसर को साफ-सुथरा रखने में मदद करें। स्टेशन को साफ-सफाई से रखकर हम सबका सफर आसान और आरामदायक बन सकता है।