खून और क्रिकेट एक साथ नहीं चलेगा” — यह कहना है आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज का। लेकिन अब सवाल यही है कि जब भारत-पाकिस्तान का मैच कल होना तय है, तो ठीक उससे एक दिन पहले ही AAP कार्यकर्ताओं का सड़क पर उतरकर पुतला जलाना क्या मायने रखता है? क्या इससे मैच पर कोई असर पड़ने वाला है या फिर यह विरोध सिर्फ जनता का ध्यान खींचने और सरकार पर दबाव बनाने की एक कोशिश भर है? भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर 2025 को दुबई में होने वाले एशिया कप मैच के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। विपक्षी दलों, शहीदों के परिजनों और आम आदमी पार्टी (AAP) जैसे संगठनों ने इसे शहीदों का अपमान और आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति से समझौता बताया है। एक साल बाद दोनों मुल्क आमने-सामने क्रिकेट के ग्राउंड पर भिड़ने वाले है, महामुकाबले को लेकर इस बार भारतीय फैंस के बीच उतना क्रेज नहीं देखा जा रहा है। वजह बिल्कुल साफ है - पाकिस्तान के आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम घाटी में 26 निर्दोष लोगों की हत्या की।
इस मुकाबले को लेकर सियासी घमासान मचा हुई है, कई पार्टियों ने इस मैच के बॉयकॉट का आह्वान किया है। विपक्षी दलों का कहना है कि पाकिस्तान के साथ मैच खेलना शहीदों का अपमान करना है।
भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच के विरोध में आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली में पुतला दहन किया। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पुतला को आग लगाई गई, इस दौरान AAP के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज भी मौजूद थे।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज का बयान – खून और क्रिकेट साथ नहीं चल सकते।
दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने भारत-पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित क्रिकेट मैच का कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि “खून और क्रिकेट कभी एक साथ नहीं चल सकते। आखिर ऐसी कौन-सी मजबूरी है, कि हमारी बहनों का सिंदूर मिटाने वालों के साथ हम मैदान में खेलें? यह शहीदों की कुर्बानी के साथ विश्वासघात है।” भारद्वाज ने मैच के खिलाफ बहिष्कार की घोषणा की और इसी विरोध के तहत AAP कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम का पुतला भी जलाया।
केजरीवाल का पीएम मोदी पर सवाल – पाकिस्तान से क्रिकेट मैच की क्या मजबूरी?
AAP नेता सौरभ भारद्वाज के विरोध प्रदर्शन के बाद पार्टी संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। केजरीवाल ने सवाल उठाया कि “आख़िर प्रधानमंत्री को पाकिस्तान के साथ यह मैच करवाने की क्या ज़रूरत है? पूरा देश कह रहा है कि यह मुकाबला नहीं होना चाहिए, तो फिर सरकार किस दबाव में यह मैच करा रही है?”
अब भारत और पाकिस्तान मैच तो होना तय है, तो कल होने वाला मैच एशिया कप का मुकाबला हर मायने में रोमांचक रहने वाला है। एक ओर भारत अपनी शानदार फॉर्म और UAE के खिलाफ मिली जीत के आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरेगा, जहां विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज़ों से बड़ी पारी की उम्मीद होगी। वहीं पाकिस्तान भी ओमान को बड़े अंतर से हराकर पूरी तैयारी में है, और टीम को बाबर आज़म व मोहम्मद रिज़वान से अच्छे प्रदर्शन की आस है। दुबई की पिच शुरुआती ओवरों में तेज़ गेंदबाज़ों को मदद कर सकती है, ऐसे में जसप्रीत बुमराह और शाहीन अफरीदी की टक्कर देखने लायक होगी, जबकि बाद की पारियों में बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाना आसान हो जाएगा। ऐसे में हर ओवर और हर विकेट मैच का रुख बदल सकता है। इस हाईवोल्टेज भिड़ंत में रिकॉर्ड और इतिहास का दबाव भी खिलाड़ियों पर होगा, क्योंकि भारत-पाकिस्तान के बीच हर मैच सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि जज़्बात और इज़्ज़त का सवाल बन जाता है। यही वजह है कि पूरा देश और पूरी दुनिया की नज़रें कल के इस टक्कर पर टिकी हुई हैं।