'वन नेशन वन इलेक्शन' : पीएम का विजन, सुनील बंसल का मिशन

Authored By: News Corridors Desk | 26 Apr 2025, 09:08 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वन नेशन वन इलेक्शन' के विजन को साकार करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल मिशन मोड में आ चुके हैं । पीएम के विजन को जन-जन तक पहुंचाने और इसके फायदे से लोगों को अवगत करा कर आम सहमति बनाने की दिशा में वह लगातार प्रयासरत हैं । देश के अलग-अलग हिस्सों में वह समाज के विभिन्न समूहों के साथ इसको लेकर लगातार संवाद कर रहे हैं । 

इसी सिलसिले में शनिवार को उन्होने दिल्ली के पश्चिम विहार में CSR रिसर्च फाउंडेशन द्वारा 'एक राष्ट्र एक चुनाव' विषय पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को जागरूक किया । 

उन्होने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' के फायदे से लोगों को अवगत कराया । उन्होने कहा कि यह अर्व्यथवस्था के लिए संजीवनी का काम करेगा । सुनील बंसल ने बताया कि कैसे  बार-बार चुनाव होना देश के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है । उन्होने कहा कि पिछले 30 वर्षों के दौरान एक भी साल ऐसा नहीं गुजरा है जब देश में कही न कहीं चुनाव न हुआ हो । 

इस बारे में जानकारी देते हुए सुनील बंसल ने बताया कि एक ही समय पर सभी चुनाव होने से करीब 4.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी, जो कि देश की GDP के 1.5 प्रतिशत  के बराबर है। ऐसे में स्पष्ट है कि एक राष्ट्र एक चुनाव से होने वाली बचत से देश में विकास के नए अध्याय लिखे जा सकते हैं।

'एक राष्ट्र एक चुनाव ' से विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने में मदद

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सुनील बंसल ने कहा कि 'एक राष्ट्र एक चुनाव ' से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी । उन्होने कहा कि बार-बार चुनाव होने से सिर्फ आर्थिक बोझ नहीं पड़ता है बल्कि विकास की गति भी प्रभावित होती है । 

बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि सरकार और सरकारी सिस्टम की चुनावी प्रक्रियाओं में संलिप्तता से विकास के कार्यों में बाधा पहुंचती है । इसके अलावा टिकाऊ सरकार होने पर जनता के हित में फैसला लेने और उसे क्रियान्वित करने में भी सहुलियत होती है । 

सुनील बंसल उस हाईपावर कमेटी का हिस्सा हैं, जो 'वन नेशन वन इलेक्शन' पर पब्लिक को जागरूक करने के लिए बनाई गई है। यूपी और दिल्ली से पहले सुनील बंसल राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, प. बंगाल में भी 'एक देश एक चुनाव' पर लोगों को जागरूक कर चुके हैं । इसके लिए वह सोशल मीडिया प्लेटफटर्म्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं । 

कुशल संगठनकर्ता ओर दूरदर्शी नेता 

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बीजेपी में सुनील बंसल को एक कुशल रणनीतिकार और संगठनकर्ता के रुप में जाना जाता है । 2014 में उत्तर प्रदेश में पार्टी का सह प्रभारी बनाए जाने के बाद से वो लगातार बीजेपी के लिए चाणक्य की भूमिका निभाते नजर आए हैं । अमित शाह के साथ मिलकर 2014 से जीत का जो सिलसिला उन्होंने पार्टी के लिए शुरु किया वो उत्तर प्रदेश में 2017, 2019 और 2022 के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी दिखा । 

यूपी के बाद उन्होंने अपने संगठन कौशल का दम ओडिसा, तेलंगना और दिल्ली में भी दिखाया । अब मिशन पश्चिम बंगाल में भी जुटे हैं । अपनी रणनीति बनाने के लिए सुनील बंसल खुद काफी मेहनत करते हैं । वो न सिर्फ पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हैं बल्कि जिलाध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों से सीधा संवाद करते हैं । वह बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से लेकर पार्टी के उन नेताओं तक से फीड बैक लेते हैं जो पहले चुनाव हार चुके हैं या किसी कारण से राजनैतिक सक्रियता कम कर दी है ।