प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम जब छापा मारने के लिए पहुंची तब बुरवान से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक जाकिर हुसैन साहा घर पर ही मौजूद थे । लेकिन जैसे ही उन्होंने ईडी का नाम सुना, दीवार फांदकर बेतहाशा भागने लगे । हालांकि वो बच न सके । ईडी वालों ने देख लिया और टीम के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने खदेड़ कर विधायक को पकड़ लिया ।
यह रोचक घटनाक्रम मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है । पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में शिक्षक और कर्मचारियों की नियुक्तियों से जुड़े कथित घोटाले की जांच जारी है। इसी सिलसिले में ईडी की टीम छापामारी करने पहुंची थी । ईडी अधिकारियों के अनुसार, जैसे ही साहा को कार्रवाई की भनक लगी, उन्होंने बिना समय गंवाए परिसर से भागने की कोशिश की।
खेत में पकड़े गए,तालाब में फेंका फोन
ईडी के अधिकारी ने बताया कि साहा को भगते हुए देखकर संदेह हुआ कि वे सबूत नष्ट करने की कोशिश कर सकते हैं। टीम ने केंद्रीय बलों की सहायता से तुरंत कार्रवाई की और कुछ दूरी पर, एक कीचड़ भरे खेत में उन्हें हिरासत में ले लिया गया। अधिकारी के अनुसार, जब विधायक पकड़े गए, तब उनके कपड़े और शरीर कीचड़ से सने हुए थे ।
मामले में एक और अहम मोड़ तब आया, जब ईडी ने बताया कि विधायक ने अपने मोबाइल फोन पास के एक तालाब में फेंक दिए। जांच एजेंसी का कहना है कि उन्होंने ऐसा संभवतः डिजिटल साक्ष्य मिटाने के इरादे से किया। हालांकि, तलाशी अभियान में दोनों फोन तालाब से बरामद कर लिए गए हैं, जिन्हें अब फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। विधायक के निजी सहायक के घर पर भी तलाशी जारी है।
घोटाले में पहले गिरफ्तार हो चुके हैं विधायक
बुरवान से विधायक जाकिर हुसैन साहा पहले भी इसी घोटाले में गिरफ्तार हो चुके हैं। अप्रैल 2023 में उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, और 2024 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट से सशर्त जमानत मिली थी। सीबीआई भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं के आपराधिक पहलुओं की जांच कर रही है, जबकि ईडी मनी लॉन्ड्रिंग और आर्थिक लाभ से जुड़े मामलों की जांच कर रही है।
शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी इससे पहले भी कई बड़ी गिरफ्तारियां कर चुकी है। इनमें राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य जैसे नाम शामिल हैं। पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। अब तक ईडी इस मामले में चार चार्जशीट दाखिल कर चुकी है और जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है।