आजमगढ़ जिला यूपी ही नहीं देश भर में अपनी पहचान रखता है । एक दौर था जब आजमगढ़ जिले का नाम आतंक और अपराध की वजह से सुर्खियों में छाया रहता था। खास कर संजरपुर थाना इलाका तो सबसे ज्यादा बदनाम हुआ । छोटे अपराधियों से लेकर अंडरवर्ल्ड डॉन अबु सलेम तक का नाम आजमगढ़ से जुड़ा । लेकिन इन सबके बावजूद आजमगढ़ की सियासी हैसियत कभी कम नहीं हुई ।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने यहां से चुनाव लड़ कर न सिर्फ इस ज़िले की सियासी हैसियत बढ़ाई, बल्कि पूर्वांचल के समीकरण को भी साधा । बताया जाता है कि इसकी वजह से मुलायम परिवार का आजमगढ सीट से भावनात्मक जुड़ाव भी है ।
मुलायम सिंह के बाद उनके बेटे अखिलेश यादव भी इस सीट से चुनाव लड़े और जीते । हालांकि कन्नौज से भी जीतने के बाद उन्होंने इस सीट को छोड़ दिया । इसके बाद बाद यहां हुए उपचुनाव में सपा को दिनेश लाल यादव निरहुआ के हाथों सीट गंवानी पड़ी ।
2024 के लोकसभा चुनाव में यह सीट वापस सपा के पाले में आ गई । सपा ने इस बार धर्मेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा और वह जीत गए ।

आजमगढ़ में अखिलेश ने बनवाया नया घर
अब 'यादव परिवार' और आजमगढ़ के रिश्ते में नया मोड़ आया है । दरअसल सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आजमगढ़ के अनवरगंज में अपना नया घर बनाया है और अब यहां उनका दफ्तर खोलने का भी प्लान है ।
अखिलेश यादव का नया घर आजमगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर अनवरगंज में है । यह 4374 वर्ग मीटर में बना है। इस घर के लिए जमीन 2021 में खरीदी गई थी । तब से इसका निर्माण चल रहा था, जो अब पूरा हो गया है ।
खास बात यह है कि सपा प्रमुख का नया घर मंदुरी हवाई अड्डे से सिर्फ 7 किलोमीटर दूर है। शहर मुख्यालय से भी इसकी दूरी 7 किलोमीटर ही है। इससे अखिलेश यादव को हवाई अड्डे से घर तक पहुंचने और शहर में आने-जाने में आसानी होगी।
अखिलेश यादव का नया आशियाना आधुनिक सुविधाओं से लैस है । इसे मॉड्यूलर तरीके से डिजाइन किया गया है । इसमें दो फ्लोर हैं । ग्राउंड फ्लोर पर ऑफिस और मीटिंग हॉल है। फर्स्ट फ्लोर पर रहने की जगह है । घर में इतनी जगह है कि अखिलेश यादव छोटी जनसभा भी कर सकते हैं।

नए घर से सधेगा पूर्वांचल की सियासत का समीकरण
अब आपको ये भी बता देते हैं कि आजमगढ़ के नए घर से अखिलेश यादव किस तरह सियासी फायदा उठाने की सोच रहे हैं । दरअसल अखिलेश यादव की योजना आजमगढ़ को केंद्र बनाकर पूर्वांचल की 117 विधानसभा सीटों पर फोकस करने की है ।
2022 में समाजवादी पार्टी ने सुहेदलेव भारतीय समाज पार्टी के साथ चुनाव लड़ा था । इस चुनाव में सपा अलायंस ने 31 सीटें जीती थीं । विधानसभा चुनाव में सपा ने पूर्वांचल के वाराणसी, मिर्जापुर, आजमगढ़, बस्ती मंडल की सीटों पर अच्छा प्रदर्शन किया था ।
लोकसभा चुनाव 2024 की बात करें तो पूर्वांचल की 12 सीटों पर सपा और कांग्रेस के अलायंस ने जीत हासिल की थी । वहीं एनडीए के हिस्से में 9 सीटें आईं थीं । 2022 और 2024 में मिली बढ़त को अखिलेश यादव हर हाल में बरकरार रखना चाहते हैं । यही कारण है कि वह आजमगढ़ को पूर्वांचल में सपा की राजनीति का सेंटर बनाना चाहते हैं ।