अब आजमगढ़ में बैठकर अखिलेश साधेंगे पूर्वांचल की सियासत का समीकरण ?

Authored By: News Corridors Desk | 03 Jul 2025, 05:21 PM
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आजमगढ़ जिला यूपी ही नहीं देश भर में अपनी पहचान रखता है । एक दौर था जब आजमगढ़ जिले का नाम आतंक और अपराध की वजह से सुर्खियों में छाया रहता था।  खास कर संजरपुर थाना इलाका तो सबसे ज्यादा बदनाम हुआ । छोटे अपराधियों से लेकर अंडरवर्ल्ड डॉन अबु सलेम तक का नाम आजमगढ़ से जुड़ा । लेकिन इन सबके बावजूद आजमगढ़ की सियासी हैसियत कभी कम नहीं हुई । 

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने यहां से चुनाव लड़ कर न सिर्फ इस ज़िले की सियासी हैसियत बढ़ाई, बल्कि पूर्वांचल के समीकरण को भी साधा । बताया जाता है कि इसकी वजह से मुलायम परिवार का आजमगढ सीट से भावनात्मक जुड़ाव भी है । 

मुलायम सिंह के बाद उनके बेटे अखिलेश यादव भी इस सीट से चुनाव लड़े और जीते । हालांकि कन्नौज से भी जीतने के बाद उन्होंने इस सीट को छोड़ दिया । इसके बाद  बाद यहां हुए उपचुनाव में सपा को दिनेश लाल यादव निरहुआ के हाथों सीट गंवानी पड़ी । 

2024 के लोकसभा चुनाव में यह सीट वापस सपा के पाले में आ गई । सपा ने इस बार धर्मेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा और वह जीत गए । 

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आजमगढ़ में अखिलेश ने बनवाया नया घर 

अब 'यादव परिवार' और आजमगढ़ के रिश्ते में नया मोड़ आया है । दरअसल सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आजमगढ़ के अनवरगंज में अपना नया घर बनाया है और अब यहां उनका दफ्तर खोलने का भी प्लान है । 

अखिलेश यादव का नया घर आजमगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर अनवरगंज में है । यह 4374 वर्ग मीटर में बना है। इस घर के लिए जमीन 2021 में खरीदी गई थी । तब से इसका निर्माण चल रहा था, जो अब पूरा हो गया है । 

खास बात यह है कि सपा प्रमुख का नया घर मंदुरी हवाई अड्डे से सिर्फ 7 किलोमीटर दूर है। शहर मुख्यालय से भी इसकी दूरी 7 किलोमीटर ही है। इससे अखिलेश यादव को हवाई अड्डे से घर तक पहुंचने और शहर में आने-जाने में आसानी होगी। 

अखिलेश यादव का नया आशियाना आधुनिक सुविधाओं से लैस है । इसे मॉड्यूलर तरीके से डिजाइन किया गया है । इसमें दो फ्लोर हैं । ग्राउंड फ्लोर पर ऑफिस और मीटिंग हॉल है। फर्स्ट फ्लोर पर रहने की जगह है । घर में इतनी जगह है कि अखिलेश यादव छोटी जनसभा भी कर सकते हैं।

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नए घर से सधेगा पूर्वांचल की सियासत का समीकरण 

अब आपको ये भी बता देते हैं कि आजमगढ़ के नए घर से अखिलेश यादव किस तरह सियासी फायदा उठाने की सोच रहे हैं । दरअसल अखिलेश यादव की योजना आजमगढ़ को केंद्र बनाकर पूर्वांचल की 117 विधानसभा सीटों पर फोकस करने की है । 

2022 में समाजवादी पार्टी ने सुहेदलेव भारतीय समाज पार्टी के साथ चुनाव लड़ा था । इस चुनाव में सपा अलायंस ने 31 सीटें जीती थीं । विधानसभा चुनाव में सपा ने पूर्वांचल के वाराणसी, मिर्जापुर, आजमगढ़, बस्ती मंडल की सीटों पर अच्छा प्रदर्शन किया था ।

लोकसभा चुनाव 2024 की बात करें तो पूर्वांचल की 12 सीटों पर सपा और कांग्रेस के अलायंस ने जीत हासिल की थी । वहीं एनडीए के हिस्से में 9 सीटें आईं थीं । 2022 और 2024 में मिली बढ़त को अखिलेश यादव हर हाल में बरकरार रखना चाहते हैं । यही कारण है कि वह आजमगढ़ को पूर्वांचल में सपा की राजनीति का सेंटर बनाना चाहते हैं ।