Google ने अपने अत्याधुनिक जनरेटिव AI वीडियो टूल Veo 3 को अब भारत में भी उपलब्ध करा दिया है। यह वही टूल है जिसे पहली बार कुछ हफ्ते पहले Google I/O 2025 कॉन्फ्रेंस में पेश किया गया था। फिलहाल यह टूल Gemini 'Pro' सब्सक्रिप्शन उपयोगकर्ताओं के लिए ही सीमित है।
Veo 3 की खासियत है कि यह 8 सेकंड तक के हाई-क्वालिटी AI वीडियो बनाने की क्षमता रखता है — जिनमें विज़ुअल्स के साथ-साथ आवाज़, बैकग्राउंड म्यूज़िक और ध्वनि प्रभाव (sound effects) भी जोड़े जा सकते हैं।
Veo 3: कल्पनाओं को देता है उड़ान
Google ने Veo 3 की क्षमताओं को बताते हुए कहा, 'चाहे आप इतिहास को एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की नजर से दिखाना चाहें या फिर कांच के सेब को काटने की आवाज़ सुननी हो — Veo 3 आपके हर कल्पना को वीडियो में बदलने में सक्षम है।'
यह टूल सिनेमैटिक क्वालिटी वीडियो, सटीक लिप-सिंकिंग, वास्तविक आवाजें, और रियलिस्टिक मूवमेंट्स के जरिए यूज़र के आइडिया को एकदम जीवंत बना देता है। Google ने यह भी साफ किया है कि Veo 3 से तैयार किए गए हर वीडियो में दो प्रकार के वॉटरमार्क होंगे:
-दृश्यमान (Visible Watermark)
-SynthID नाम का अदृश्य डिजिटल वॉटरमार्क
इससे यह सुनिश्चित होगा कि वीडियो का सोर्स AI है और इससे फेक या भ्रामक वीडियो के प्रसार को रोका जा सकेगा। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए Google रेड टीमिंग और प्रयोगात्मक परीक्षणों के जरिए टूल की क्षमता और सीमाओं को लगातार परख रहा है।

Veo 3 vs Sora: OpenAI को कड़ी टक्कर
Veo 3 को OpenAI के Sora टूल का सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी माना जा रहा है। Google I/O के बाद कई कंटेंट क्रिएटर्स और डेवलपर्स ने सोशल मीडिया पर Veo 3 से बने वीडियो साझा किए — जिनमें इसकी एडवांस टेक्स्ट व इमेज प्रॉम्प्टिंग, रीयल-वर्ल्ड फिजिक्स और उत्कृष्ट लिप-सिंक देखने को मिली।
Veo 3 उन क्रिएटर्स के लिए वरदान साबित हो सकता है जो बिना किसी कैमरा या शूटिंग टीम के अपनी कल्पनाओं को वीडियो के रूप में जीवंत करना चाहते हैं। यह टूल न केवल प्रोफेशनल फिल्म मेकिंग, एडवरटाइजिंग, और सोशल मीडिया के लिए काम आएगा, बल्कि एजुकेशन, गेमिंग और मेटावर्स जैसी फील्ड्स में भी क्रांति ला सकता है।