अलीगढ़ में सामने आए दामाद संग भागी महिला के मामले ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। जहां एक ओर परिवार टूटा, विश्वास चकनाचूर हुआ, वहीं दूसरी ओर महिला के पति जितेंद्र ने इंसानियत और माफ़ी की मिसाल पेश करते हुए अपनी पत्नी को एक और मौका देने की बात कही है।
रिश्ते को जोड़ने की जद्दोजहद में पति जितेंद्र
जितेंद्र ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहता, क्योंकि मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं। उन्हें मां की जरूरत है।” यह बयान उस टूटे हुए दिल की गहराई को दर्शाता है, जो अपने परिवार की खातिर अपनी भावनाओं को किनारे रखकर भी रिश्ते को बचाना चाहता है। उन्होंने साफ किया कि बच्चों की भलाई के लिए वह अपनी पत्नी को माफ़ करने और दोबारा घर में लाने को तैयार हैं।
घर से गायब हुई पत्नी, लाखों की संपत्ति भी साथ ले गई
जितेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी करीब 10 लाख रुपये की संपत्ति साथ लेकर गई है, जिसमें 3.5 लाख रुपये नकद, 5.5 लाख के जेवरात और दो मोबाइल फोन शामिल हैं। उन्होंने मांग की है कि यह सारा सामान वापस किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में एक युवक ने उनकी पत्नी को बहला-फुसलाकर यह सब करवाया।
जितेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी को जिस युवक ने फंसाया, वह पहले भी इस तरह की घटनाएं कर चुका है। उन्होंने आरोप लगाया, “यह लड़का फोन पर मीठी-मीठी बातें करके औरतों को फंसा लेता है, उनके पैसे और गहने लेकर संपत्तियाँ बनाता है और बाद में उन्हें बेसहारा छोड़ देता है।”
परिवार के साथ होगी बातचीत, फिर होगा फैसला
जितेंद्र ने कहा कि पत्नी को अपनाने से पहले वह अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ बातचीत करेंगे। उनका कहना है, “मैं अपनी पत्नी को अंतिम मौका दे रहा हूं कि वह सोच-समझकर अपने किए पर पछतावा जताए और वापस लौट आए। अगर वह आती है तो मैं उसे फिर से अपनाने को तैयार हूं।”
जितेंद्र ने स्पष्ट कहा कि उन्होंने जो कुछ किया, वह अपराध है और उन्हें कानून के हिसाब से सज़ा मिलनी चाहिए। लेकिन इसके बावजूद वह अपने बच्चों की भलाई के लिए पत्नी को एक और मौका देना चाहते हैं। उन्होनें आरोप लगाया कि