ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों की अक्सर यह शिकायत रहती है कि यात्रा के दौरान यदि एसी में कुछ खराबी आ गई या फिर उसका वॉल्यूम कम-ज्यादा करना है, तो टेक्निशियन को ढ़ूंढ़ना बड़ी चुनौती होती है । इसी तरह की समस्या सफाईकर्मियों को लेकर भी आती है । यात्रियों को यह पता नहीं होता है कि संबंधित कर्मचारी कहां मिलेगा।
ऐसा नहीं है कि ट्रेन में ये लोग मौजूद नहीं रहते हैं । दरअसल इन कर्मचारियों के लिए ट्रेनों में अबतक निश्चित सीट या बर्थ की व्यवस्था नहीं है । इसकी वजह से इन्हे तलाश करना पड़ता है । अच्छी खबर यह है कि अब रेलवे ने यात्रियों यात्रियों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है ।
रेलवे ने ट्रेन के एसी कोच में सफाई और एसी से जुड़ी समस्याओं के तुरंत समाधान के लिए एक नया नियम लागू किया है । इसके बाद शिकायत करने के लिए यात्रियों को इधर-उधर भटकने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
अब ट्रेन में एसी टेक्निशियनों और सफाई कर्मचारियों के लिए रिजर्व रहेगा बर्थ
रेलवे ने फैसला लिया है कि अब एसी टेक्निशियन और सफाई कर्मचारी ट्रेन में मौजूद रहेंगे और उनकी बर्थ भी पहले से तय होगी, जिससे यात्री सीधे उनसे संपर्क कर सकेंगे। एसी कोच में अब 6 बर्थ इनके लिए आरक्षित रहेंगी। इनमें से 2 बर्थ एसी टेक्निशियनों के लिए और 4 बर्थ सफाई कर्मचारियों (स्वच्छकारों) के लिए तय की गई हैं।
कोच में जो जगह खाली पड़ी रहती है, वहां नए बर्थ बनाकर इन्हें स्टाफ के लिए रिजर्व किया जाएगा। इन बर्थ को किसी यात्री को बेचने पर रोक रहेगी । रेलवे ने यह भी साफ किया है कि अगर कोई कर्मचारी इन बर्थ को किसी यात्री को बेचता है या उनका गलत इस्तेमाल करता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी। ऐसा करने पर कर्मचारी पर 10,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है ।
तो आनेवाले दिनों जब आप ट्रेन से यात्रा करे रहे हों और एसी या साफ-साफाई को लेकर कोई असुविधा हो, तो आपको परेशान नहीं होना पड़ेगा । आप आसानी से संबंधित स्टाफ तक पहुंच सकते हैं । यात्रियों की यात्रा को और भी आसान और आरामदायक बनाने की दिशा में रेलवे की ओर से उठाया गया एक और अहम कदम है ।