बिहार में 51 लाख वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटेंगे, चुनाव आयोग ने दिए तीन बड़े अपडेट

Authored By: News Corridors Desk | 22 Jul 2025, 08:41 PM
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बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) अभियान के तहत चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को तीन अहम जानकारियां दी हैं । वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान अभीतक 18 लाख मतदाता मृत पाए गए हैं। इसके अलावा 26 लाख वोटर ऐसे मिले हैं जो अब किसी दूसरी विधानसभा क्षेत्र में स्थानांतरित हो चुके हैं । 7 लाख वोटर्स ऐसे हैं जिन्होने दो जगहों पर अपना अपना वोटर आईडी कार्ड बनवा रखा है ।  इस तरह कुल  51 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे ।

पात्र वोटर न छूटे, इसके लिए व्यापक प्रयास

चुनाव आयोग ने बताया कि उसकी कोशिश है कि 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली नई मतदाता सूची से कोई भी पात्र मतदाता न छूट पाए । इसलिए बूथ स्तर के अधिकारियों (BLO) और राजनीतिक दलों के बूथ स्तर एजेंटों (BLA) के जरिए हर मतदाता तक पहुंचने की कोशिश की जा रही  है।  इससे पहले शनिवार को निर्वाचन आयोग की ओर से बताया गया था कि 42 लाख मतदाता अपने पते पर नहीं मिले, जबकि 7.5 लाख से ज्यादा वोटरों ने एक से अधिक स्थानों पर रजिस्ट्रेशन करा रखा है ।

अब तक 97.3 प्रतिशत लोगों ने जमा किया फॉर्म

बिहार में कुल 7.89 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं। इनमें से 97.30% मतदाताओं ने एन्यूमरेशन फॉर्म (Enumeration Form) जमा कर दिए हैं । केवल 2.70% मतदाता ही अब तक फॉर्म नहीं भर सके हैं । इस अभियान को पारदर्शी और समावेशी बनाने के लिए 98,500 से ज्यादा बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) और 1.5 लाख बूथ लेवल एजेंट (BLA) इस काम में लगे हुए हैं ।

मंगलवार को चुनाव आयोग ने SIR प्रक्रिया का बचाव करते हुए कहा कि इसका मकसद अयोग्य मतदाताओं को हटाकर चुनाव की शुचिता को बनाए रखना है। 24 जून 2025 को बिहार से शुरू हुई यह प्रक्रिया अब देशभर में लागू की जाएगी ।