लखनऊ में मायावती की हुंकार: योगी सरकार की सराहना, विपक्ष पर तीखा हमला और 2027 में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान

Authored By: News Corridors Desk | 09 Oct 2025, 04:57 PM
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बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ के कांशीराम स्मारक स्थल पर हुई एक विशाल महारैली में राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की तारीफ़ की, वहीं समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला।

योगी सरकार की तारीफ़ से चौंके राजनीतिक जानकार

मायावती ने मंच से कहा कि वह योगी आदित्यनाथ सरकार की आभारी हैं, जिन्होंने कांशीराम स्मारक स्थल के रखरखाव और मरम्मत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार के दौरान स्मारक से होने वाली कमाई को छिपा लिया जाता था, लेकिन अब वह पैसा सही जगह इस्तेमाल हो रहा है।

सपा और अखिलेश यादव पर सीधा प्रहार: अफवाहों को बताया झूठा

अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए मायावती ने कहा, “जब सत्ता में थे तब PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की बात नहीं करते थे, अब दिखावे की राजनीति कर रहे हैं।” उन्होंने सपा को "दोहरा चेहरा" करार देते हुए कहा कि जनता अब इनकी हकीकत जान चुकी है। मायावती ने आज़म खान से मुलाकात की खबरों पर स्पष्ट रूप से कहा कि यह पूरी तरह से झूठ और बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि रैली से पहले ऐसे झूठ फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई, लेकिन BSP ऐसे हथकंडों से डरने वाली नहीं है।

कांशीराम को श्रद्धांजलि और बहुजन आंदोलन की बात

कांशीराम को याद करते हुए मायावती ने कहा, “उन्होंने गरीबों, दलितों और वंचितों के अधिकारों के लिए अपनी पूरी जिंदगी समर्पित कर दी। उनकी अंतिम इच्छा थी कि सत्ता की चाबी बहुजन समाज के हाथ में हो। अब हमें मिलकर उनके अधूरे सपनों को पूरा करना होगा।”

कांग्रेस पर भी तीखा हमला: जो आज संविधान लेकर घूमते हैं

मायावती ने कांग्रेस को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा, जो लोग आज संविधान की दुहाई देते हैं, वही कभी बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान करते थे। कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा जाने से रोका और भारत रत्न देने में भी देर की। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांशीराम के निधन के बाद कांग्रेस ने राष्ट्रीय शोक तक घोषित नहीं किया।

2027 में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान

रैली में सबसे बड़ा ऐलान करते हुए मायावती ने कहा कि BSP 2027 का विधानसभा चुनाव किसी भी पार्टी से गठबंधन किए बिना अकेले लड़ेगी। उन्होंने कहा कि जब-जब पार्टी ने गठबंधन किया, उसे नुकसान ही हुआ है। 2007 में जब BSP ने अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब सभी जातिवादी दलों को यह नागवार गुज़रा।

केंद्र पर आरोप: “मेरे खिलाफ झूठे केस चलवाए गए”

मायावती ने आरोप लगाया कि 2007 में BSP सरकार बनने के बाद केंद्र की तत्कालीन सरकार ने उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने के लिए CBI और इनकम टैक्स के जरिए झूठे मामले चलवाए। लेकिन अंत में अदालत ने न्याय दिया और सच्चाई सामने आई।

जातिवाद और अपराध पर चिंता, संगठन को मजबूत करने पर जोर

मायावती ने कहा कि आज भी देश में जातिवाद, अपराध और अफवाहों की राजनीति हो रही है। विपक्षी दल सिर्फ वोट काटने की साजिश में लगे हैं। उन्होंने कहा कि BSP का संगठन लगातार मजबूत हो रहा है और 2027 में हर मतदान केंद्र तक पहुंचकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाना ही लक्ष्य है।

समापन: BSP की दिशा और लक्ष्य स्पष्ट

मायावती ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जातिवादी, पूंजीवादी और स्वार्थी दलों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ें। उन्होंने कहा कि सत्ता तक पहुंचना सिर्फ सम्मान की बात नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय के मिशन को पूरा करने का रास्ता है।