बिहार की प्रसिद्ध लोक और भक्ति गायिका मैथिली ठाकुर के राजनीति में संभावित प्रवेश की खबरों ने राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, और वोटिंग दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगी। इस घोषणा के बाद से राज्य में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। इस बार कई ऐसे चेहरे चुनावी मैदान में उतर सकते हैं, जो पहले से ही अपनी कला या अन्य क्षेत्रों में बिहार में लोकप्रिय हैं। इसी बीच चर्चा है कि मशहूर गायिका मैथिली ठाकुर भी चुनाव लड़ सकती हैं।
सोमवार को जबलपुर के भेड़ाघाट में नर्मदा महोत्सव में हिस्सा लेने पहुंची मैथिली ने मीडिया से बातचीत के दौरान इस बारे में कई संकेत दिए। एक पत्रकार के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर उन्हें चुनाव लड़ने का अवसर मिलता है, तो यह उनके लिए सम्मान की बात होगी। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में उनके नाम को लेकर चल रही चर्चाओं से लगता है कि कुछ नया होने वाला है।
मैथिली ने यह भी कहा कि अगर वह राजनीति में आती हैं, तो उनका मुख्य उद्देश्य लोगों की सेवा करना होगा, और वह इस दिशा में पूरी ईमानदारी से काम करेंगी। उन्होंने विश्वास जताया कि वह हर आयु वर्ग और समुदाय के लोगों से जुड़ सकती हैं। मैथिली ने अपनी इच्छा जाहिर की कि वह अपने गांव के क्षेत्र, जो दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा क्षेत्र में आता है, से ही चुनाव लड़ना चाहेंगी।
पिछले कुछ समय से बिहार की राजनीति में मैथिली ठाकुर के चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हैं। इस बीच, वह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से भी मुलाकात कर चुकी हैं।
चुनाव आयोग ने सोमवार को घोषणा की कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा, जबकि चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।