भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पहुंच गए हैं। एक्सिओम-4 (Ax-4) मिशन के तहत वे स्पेसएक्स के ड्रैगन यान में सवार होकर बुधवार को स्टेशन पहुंचे। शुभांशु के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी इस मिशन में शामिल हैं।
अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने इन सभी का गर्मजोशी से स्वागत किया। सभी मेहमानों को वेलकम ड्रिंक दी गई। इसी के साथ भारत का दशकों पुराना सपना साकार हो गया — एक भारतीय पहली बार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंच गया है।
शुभांशु शुक्ला और उनके साथी 14 दिन तक स्टेशन पर रहेंगे और इस दौरान कुल 60 वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे।

डॉकिंग सफल, तय समय से पहले पहुंचा यान
स्पेसएक्स का ड्रैगन यान अंतरिक्ष में करीब 28 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून को भारतीय समयानुसार शाम 4:01 बजे अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ा। डॉकिंग की प्रक्रिया शाम 4:15 बजे पूरी हुई। यान ने ISS की कक्षा में पहुंचने के लिए कई कक्षीय बदलाव किए।
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान यान और स्टेशन के बीच संचार और ऊर्जा का संपर्क भी सफलतापूर्वक स्थापित हुआ।

41 साल बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में गया
शुभांशु शुक्ला 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले भारत के पहले व्यक्ति हैं। लेकिन वह पहले भारतीय हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक की यात्रा की है।
वे इस मिशन में पायलट की भूमिका निभा रहे हैं और यान के नेविगेशन से लेकर सुरक्षा तक की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। अगर उड़ान में कोई तकनीकी दिक्कत आती है, तो उसे संभालने की अहम जिम्मेदारी भी उन्हीं की होगी।

बधाई हो...
मिशन की सफलता पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा,
"बधाई हो... एक्सिओम-4 डॉकिंग सफल रही। शुभांशु अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के द्वार पर खड़े हैं, 14 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा शुरू होने वाली है। पूरा विश्व इसे उत्साह से देख रहा है।"
स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट इस मिशन को लेकर बुधवार दोपहर 12:01 बजे अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुआ था।
शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन में अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिट्सन के बाद दूसरे सबसे अहम सदस्य हैं। अपने प्रवास के दौरान वे पृथ्वी से लगभग 418 किलोमीटर ऊपर, 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से स्टेशन की परिक्रमा करेंगे।