मुलायम के करीबी मंत्री गायत्री प्रजापति का सिर किसने फोड़ा ? अखिलेश ने योगी सरकार को घेरा

Authored By: News Corridors Desk | 01 Oct 2025, 05:45 PM
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यूपी की लखनऊ जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के सिर में रॉड से हमले के बाद यूपी की सियासत गरम है. मंगलवार शाम एक अन्य कैदी ने  उन पर जेल में रॉड से हमला कर दिया. हमले में उनके सिर पर गंभीर चोट आईं, जेल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें KGMU ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया. उनके सिर में 5 से 10 टांके लगे हैं. फिलहाल वो खतरे से बाहर हैं लेकिन घटना ने जेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और अखिलेश यादव भी सरकार  को घेर रहे हैं 

पानी को लेकर हुई कहासुनी और कैदी विश्वास ने फोड़ दिया सिर ?

गायत्री प्रजापति डायबिटीज, बीपी, किडनी जैसी समस्याओं से पहले से ही जूझ रहे हैं. इसीलिए वो लंबे समय से जेल अस्पताल में भर्ती हैं. जेल सूत्रों के मुताबिक़ सफाई ड्यूटी पर तैनात कैदी विश्वास को गायत्री ने पानी लाने के लिए बुलाया था. देरी होने पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई. मामला इतना बढ़ा कि गुस्से में विश्वास ने पास पड़ी रॉड उठा ली और गायत्री के सिर पर हमला कर दिया. 


कौन है कैदी विश्वास सारंग जिसने हमला किया ?

सूत्रों के मुताबिक़, हमला करने वाला कैदी विश्वास लंबे समय से जेल में बंद एक शातिर अपराधी है. वो जेल अस्पताल में सफाई का काम संभालता है. गायत्री प्रजापति ने भी विश्वास को शातिर अपराधी बताया और कहा, हमला अचानक हुआ. मेरा किसी से पुराना विवाद नहीं था. वरिष्ठ जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने पुष्टि की कि विवाद सफाई और पानी को लेकर हुआ, जिसमें गायत्री की ओर से अमर्यादित टिप्पणी हुई. विश्वास को हमले के बाद अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है और उसके खिलाफ जेल नियमों के तहत कार्रवाई की जा रही है. हालांकि, विश्वास के आपराधिक बैकग्राउंड या सजा के बारे में जेल प्रशासन ने विस्तार से कुछ नहीं बताया. हालांकि डीजी जेल ने जांच के आदेश दिए हैं.

गायत्री प्रजापति का परिवार पहुंचा जेल कहा जानलेवा हमला हुआ, जाँच जरूरी है

फ़िलहाल गायत्री प्रजापति खतरे से बाहर हैं.सूचना मिलते ही गायत्री की पत्नी और अमेठी से सपा विधायक और बेटियां अस्पताल पहुंचीं. बेटी अंकिता पिता की चोट देखकर भावुक हो गई. और मीडिया से कहा कि पापा बेगुनाह है. यह जानलेवा हमला लगता है. मुख्यमंत्री से न्याय और सुरक्षा की मांग है.

 

जेल में किस केस की सजा काट रहे हैं प्रजापति

2017 से सामूहिक दुष्कर्म और अवैध खनन के मामलों में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं गायत्री प्रजापति. समाजवादी पार्टी उन्हें निर्दोष मानती है. 

मुलायम के करीबी रहे हैं गायत्री प्रजापति
अखिलेश यादव ने     2012 से 2017 के बीच अपनी सरकार के कार्यकाल में 18 मंत्रियों को कैबिनेट से बर्खास्त किया था। लेकिन, गायत्री प्रजापति ऐसे मंत्री थे, जिनकी बर्खास्तगी के महज एक सप्ताह के भीतर दोबारा कैबिनेट में वापसी हुई थी। इसकी वजह थी मुलायम सिंह यादव का करीबी होना. और बाद में अखिलेश यादव भी गायत्री प्रजापति को पसंद करने लगे थे. बाद में उन्हें मंत्री पद और अमेठी से समाजवादी पार्टी का टिकट दोनों मिला था. 

2002 के बाद से अचानक अमीर बन गए थे प्रजापति
रहा है विवादित सियासी सफर
साल 2002 तक बीपीएल कार्ड धारक रहे गायत्री प्रजापति ने प्रॉपर्टी कारोबार से शुरुआत की. इसके बाद राजनीति की ओर रुख किया. 2012 में उन्होंने सपा के टिकट पर अमेठी से अमिता सिंह को हराकर विधानसभा में प्रवेश किया. इस अप्रत्याशित जीत ने उन्हें सपा नेतृत्व, खासकर मुलायम सिंह यादव और उनके परिवार की निगाहों में ला खड़ा किया.कहा जाता है कि मुलायम के छोटे बेटे प्रतीक यादव और पत्नी साधना गुप्ता से नजदीकियों ने उन्हें परिवार के बेहद करीबी बना दिया. मुलायम से नजदीकियों का ही असर था कि विधायक बनने के एक साल के अंदर ही उन्हें प्रदेश सरकार में जगह मिल गई. फरवरी 2013 में उन्हें सिंचाई राज्यमंत्री का पद दिया गया. इसके बाद खनन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी मिली.

अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा और उठाए सवाल

अखिलेश यादव ने गायत्री प्रजापति पर हुए हमले पर योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा. उन्होंने जेल में हुए हमले की जांच की मांग की और कहा कि यूपी में अब कोई भी सुरक्षित नहीं है. उन्होंने एक्स पर लिखा- 

'भूतपूर्व विधायक व उप्र सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर जेल में हुए जानलेवा हमले की निष्पक्ष न्यायिक जाँच हो. उप्र में कहीं भी, कोई भी सुरक्षित नहीं है.' अखिलेश यादव ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की हैं